हल्द्वानी: उत्तरकाशी के टनल में फंसे 41 मजदूरों की जिंदगी को बचाने के लिए 17 दिन से कवायद चल रही है. देश-विदेश की तमाम एजेंसियां मजदूरों को निकालने के प्रयास में जुटी हुई हैं. लेकिन एजेंसियों को अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है.हल्द्वानी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमारी सरकार, सेना और टेक्निकल टीम दिन-रात मजदूर भाइयों को सुरंग से निकालने के काम में जुटे हुए हैं. मजदूरों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं और उम्मीद है कि जल्द ही सभी मजदूरों को टनल से सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारी भी मौके पर राहत बचाव कार्य को देख रहे हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि मजदूरों को जल्द निकाला जा सकता है. वहीं विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम केवल विरोध करना है. वह विरोध करने के लिए ही बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि यह समय विरोध का नहीं है, बल्कि जो लोग दिन-रात काम करके मजदूरों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं, उनका मनोबल बढ़ाने का है. मजदूरों पर विपक्ष के लोगों को राजनीति नहीं करनी चाहिए.
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गौरतलब है कि उत्तरकाशी में टनल में फंसे 41 मजदूर पिछले 17 दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ विदेशों से भी एक्सपर्ट की टीम में बुलाई गई है. लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है. वहीं रेस्क्यू में लगी टीमें मजदूरों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं.