हल्द्वानीः जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है, वैसे-वैसे पहाड़ के जंगल आग से धड़क रहे है. नैनीताल जिले के कई हिस्सों में इन दिनों आग लगी हुई है. जिसे वन और अग्निशमन विभाग बुझाने में जुटा हुआ है. बीते साल जहां पूरे साल जंगलों में 16 आग की घटनाएं सामने आई थी, वहीं, इस बार इन ढाई महीने के भीतर 20 आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी है. जिससे अभी तक 23 लाख से ज्यादा की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है.
अग्निशमन विभाग की ओर से मिले आंकड़े के मुताबिक, जहां कोविड काल के चलते बीते साल पूरे सालभर में 16 आग की घटनाएं सामने आई थी. जबकि ₹35000 की वन संपदा का नुकसान हुआ था तो वहीं, इस साल जनवरी से 15 मार्च तक जंगलों में 20 आग की घटनाएं सामने आ चुकी है. जिसे अग्निशमन विभाग ने नियंत्रित किया है. जबकि, 23 लाख 60 हजार की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है. इतना ही नहीं अभी भी नैनीताल जनपद के कई पहाड़ी क्षेत्रों में आग धधक रही है.
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मुख्य अग्निशमन अधिकारी संजीवा कुमार ने बताया कि पहाड़ों पर आग लगने की अधिकतर घटनाएं सामने आई है. आग की अधिकतर घटनाएं चीड़ के जंगलों में गिरने वाले पिरूल के पत्तों के कारण सामने आ रही है. उन्होंने बताया कि पिरूल के पत्ते अति ज्वलनशील होने के चलते आग को नियंत्रण करने पर भी अग्निशमन विभाग को दिक्कतें आती हैं. वन विभाग और अग्निशमन विभाग आपसी तालमेल के जरिए आग को नियंत्रण करने का काम कर रहे हैं.