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हाथी के आतंक से निपटने का नायाब नुस्खा, मिर्ची के गोले बनाकर खिला रहा वन विभाग

रामनगर में जंगली हाथीसे निपटने के लिए वन विभाग ने नायाब तरीका खोज निकाला है. हाथी को आटे में मिर्ची के गोले बनाकर खिलाए जा रहे हैं, ताकि राशन से उनका मोहभंग हो जाए.

मिर्ची के गोले बनाकर हाथियों को खिलाएगा वन विभाग
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Published : Jul 8, 2019, 8:02 PM IST

Updated : Jul 8, 2019, 9:05 PM IST

रामनगर: रामनगर आमडंडा से लेकर मोहान के बीच लंबे समय से एक जंगली हाथी आतंक का पर्याय बना हुआ है. ये हाथी लगातार राशन से भरे वाहनों को अपना निशाना बना रहा है. साथ ही उसमें रखा राशन खाकर जमकर तोड़फोड़ भी कर रहा है. उधर, वन विभाग ने देसी नुस्खा अपनाया है. जिसके तहत अब इस जंगली हाथी के लिए खास तौर पर मिर्ची के गोले बनाए जा रहे हैं.

इस जंगली हाथी के आतंक की कहानी को शुरू हुए 9 माह से अधिक का वक्त बीत चुका है. रामनगर से पहाड़ों की ओर व्यापारी अपने वाहनों में सब्जी, राशन और गुड़ भरकर बेचने के लिए ले जाते हैं. करीब 9 माह पहले एक जंगली हाथी ने एक राशन से लदे वाहन को अपना निशाना बनाया. उसके बाद उसमें रखे राशन को खा लिया. तब से लेकर जंगली हाथी भोजन की तलाश में वाहनों पर हमला करने लगा. इतना ही नहीं, अगर हाथी को वाहन में खाने को नहीं मिलता तो उसे पलट देता है. राशन से भरी पिकअप के अलावा कार और रोडवेज बसें भी इस हाथी के आतंक का शिकार हो चुकी हैं.

मिर्ची के गोले बनाकर हाथियों को खिलाएगा वन विभाग

पढ़ेंः देवभूमि की इस गुफा में रहते हैं नाग देवता, सांप के काटने पर लोग नहीं कराते इलाज

हाथी के बढ़ते आतंक को देखते हुए वन विभाग ने कुछ उपाय अपनाए हैं. वन विभाग के कर्मचारी रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक हाईवे पर मशालें जलाकर और ढोल बजाकर पैदल गश्त कर रहे हैं. हाथी के पास आने पर पटाखों की आवाज से उन्हें भगाने का प्रयास किया जा रहा है. इतना ही नहीं राशन खाने की आदत को छुड़वाने के लिए आटे के गोले बनाकर उनके बीच में मिर्ची पाउडर भरकर हाथी को खिलाया जा रहा है, ताकि वो आटे के गोले खाए और उसे मिर्च लगे तो राशन खाने की आदत छोड़ दें.

पढ़ेंः कॉर्बेट प्रशासन रामगंगा नदी में घड़ियालों पर करा रहा शोध, सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े

वन विभाग की मानें तो जबसे जंगल में गश्त शुरू की गई है, तब से हाथी ने किसी भी वाहन पर हमला नहीं किया है. उम्मीद है कि आटे से बने मिर्ची के गोले वाला उपाय कारगार सिद्ध होगा.

रामनगर: रामनगर आमडंडा से लेकर मोहान के बीच लंबे समय से एक जंगली हाथी आतंक का पर्याय बना हुआ है. ये हाथी लगातार राशन से भरे वाहनों को अपना निशाना बना रहा है. साथ ही उसमें रखा राशन खाकर जमकर तोड़फोड़ भी कर रहा है. उधर, वन विभाग ने देसी नुस्खा अपनाया है. जिसके तहत अब इस जंगली हाथी के लिए खास तौर पर मिर्ची के गोले बनाए जा रहे हैं.

इस जंगली हाथी के आतंक की कहानी को शुरू हुए 9 माह से अधिक का वक्त बीत चुका है. रामनगर से पहाड़ों की ओर व्यापारी अपने वाहनों में सब्जी, राशन और गुड़ भरकर बेचने के लिए ले जाते हैं. करीब 9 माह पहले एक जंगली हाथी ने एक राशन से लदे वाहन को अपना निशाना बनाया. उसके बाद उसमें रखे राशन को खा लिया. तब से लेकर जंगली हाथी भोजन की तलाश में वाहनों पर हमला करने लगा. इतना ही नहीं, अगर हाथी को वाहन में खाने को नहीं मिलता तो उसे पलट देता है. राशन से भरी पिकअप के अलावा कार और रोडवेज बसें भी इस हाथी के आतंक का शिकार हो चुकी हैं.

मिर्ची के गोले बनाकर हाथियों को खिलाएगा वन विभाग

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हाथी के बढ़ते आतंक को देखते हुए वन विभाग ने कुछ उपाय अपनाए हैं. वन विभाग के कर्मचारी रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक हाईवे पर मशालें जलाकर और ढोल बजाकर पैदल गश्त कर रहे हैं. हाथी के पास आने पर पटाखों की आवाज से उन्हें भगाने का प्रयास किया जा रहा है. इतना ही नहीं राशन खाने की आदत को छुड़वाने के लिए आटे के गोले बनाकर उनके बीच में मिर्ची पाउडर भरकर हाथी को खिलाया जा रहा है, ताकि वो आटे के गोले खाए और उसे मिर्च लगे तो राशन खाने की आदत छोड़ दें.

पढ़ेंः कॉर्बेट प्रशासन रामगंगा नदी में घड़ियालों पर करा रहा शोध, सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े

वन विभाग की मानें तो जबसे जंगल में गश्त शुरू की गई है, तब से हाथी ने किसी भी वाहन पर हमला नहीं किया है. उम्मीद है कि आटे से बने मिर्ची के गोले वाला उपाय कारगार सिद्ध होगा.

Intro:summary- दो 1 विभागों की सीमाओं से के बफर जोन के बीच में से गुजरने वाला हाईवे 121 पर काफी लंबे समय से जंगली हाथी का आतंक बना हुआ है यह राशन से भरे वाहनों को अपना निशाना बना रहा है और उनमें रखा राशन खा रहा कर दावत उड़ा रहा है। हाथी के आतंक से निजात पाने के लिए वन विभाग ने उस क्षेत्र में गश्त तेज कर दी है ढोल बजाकर,मशाले जलाकर रातों में गश्त की जा रही है। हाथी की राशन खाने की आदत को छुड़ाने के लिए आटे के गोले के अंदर मिर्ची भर कर उसे खिलाने का प्रयास किया जा रहा है।ताकि मिर्ची लगने से उसकी राशन खाने की आदत छूट सके।

intro- रामनगर आमडंडा से लेकर मोहान तक आतंक का पयार्य बन चुके जंगली टस्कर हाथी ने हाइवे से गुजरने वाले वाहनों का जीना मुहाल कर रखा है। भोजन की तलाश में यह जंगली हाथी वाहनों को रोककर उन्हें अपना निशाना बना रहा है। वाहनों मैं भोजन ना मिलने पर उनमे तोड़फोड़ कर चुका है। जिसको लेकर चिंतित वन विभाग ने इससे पार पाने के लिए नए उपाय किए हैं।



Body:v.o-1.- कॉर्बेट और वन विभाग रामनगर की सीमाओं के मध्य से होकर गुजरने वाले हाईवे 121 पर एक जंगली टस्कर हाथी ने नाक में दम कर रखा है। मोहन से लेकर आमदडडां तक 22 किलोमीटर की दूरी में दूरी है जिसमें इस टस्कर हाथी ने आतंक मचा रखा है। इस हाइवे पर गुजरने वाले वाहनों को टस्कर हाथी खाने की तलाश में निशाना बना रहा है। आपको बता दें कि रामनगर से पहाड़ों की और व्यापारियों अपने वाहनो में सब्जी राशन गुड इत्यादि भरकर बेचने के लिए ले जाते हैं। लगभग 9 माह पूर्व इस जंगली हाथी ने एक राशन से लदे वाहन को अपना निशाना बनाया और उसमें रखे राशन को खा गया तब से लेकर आज तक इसके मुंह को ऐसा स्वाद लगा कि भोजन की तलाश में वह वाहनों पर हमला करने लगा। जिस वाहन में राशन नहीं मिलता तो यह चिढ़ में उसे तोड़फोड़ कर पलट देता है। राशन से भरी पिकअप के अलावा कारों और रोडवेज पर भी हमला कर चुका है। पहले यह वाहनों पर हमले की घटनाएं दिन के उजाले में करता था। अब इसने ऐसी घटनाएं को रात में करना शुरू कर दिया है।क्योंकि रात में 10:00 से सुबह 5:00 तक राशन और सब्जियां से लदे वाहन रामनगर से चलकर पहाड़ों को जाते हैं। वह हाथी मौका देख कर घने जंगल में वाहनों को रोक देता है।अपने वाहनों को छोड़कर चालक परिचालक जान बचाने के लिए भाग जाते हैं फिर यह मजे से दावत उड़ाता है। हाथी के बढ़ते आतंक को देखते हुए वन विभाग ने इसे वाहनों से दूर रखने के लिए कुछ उपाय किए हैं। वन विभाग रात 10:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक हाईवे पर मिशाले जलाकर और ढोल बजाकर पैदल गस्त कर रहा है निकट ही हाथी के होने का आदेश देख पटाखों की आवाजों से उसे भगाने का प्रयास कर रहा है। इतना ही नहीं हाथी की राशन खाने की आदत को छुड़वाने के लिए आटे के गोले बनाकर उनके बीच में मिर्ची पाउडर भरकर हाथी को खिलाया जा रहा है ताकि वह आटे के गोले खाये और उसे मिर्च लगे तो वह राशन खाने की आदत छोड़ सके। वन विभाग की मानें तो जबसे जंगल में गश्त शुरू की गई है तब से हाथी ने किसी भी वाहनों पर हमला नहीं किया है। और उन्हें उम्मीद है कि आटे से बने मिर्ची के गोले वाला उपाय कारगार सिद्ध होगा।

byte- भगवती प्रसाद (कोसी रेंज अधिकारी)


Conclusion:fvo- वन विभाग द्वारा किए जा रहे उपाय यदि कारगर सिद्ध होते हैं तो अच्छी बात है।नहीं तो दिन प्रतिदिन जंगली हाथी ऐसे ही हाईवे पर राशन से भरे वाहन को लूटने की घटनाओं को अंजाम देता रहेंगा। और हाथी के द्वारा कभी भी कोई मानव क्षति होने के अंदेशे को नज़र अंदाज़ भी नही किया जा सजता। लगभग मानव
क्षति होने खतरा मँड़रा ही रहा है।
Last Updated : Jul 8, 2019, 9:05 PM IST
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