हल्द्वानी: उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है. जहां ड्रोन की सहायता से घड़ियाल और मगरमच्छ की गणना की जाएगी. वन विभाग ने ड्रोन की सहायता से गणना के लिए लगभग तैयारी पूरी कर ली है. 2008 की गणना के अनुसार प्रदेश में 123 मगरमच्छ और 231 घड़ियाल हैं. ऐसे में प्रदेश की सभी नदियों और नालों में रहने वाले घड़ियाल और मगरमच्छ की गणना अब ड्रोन की सहायता की जाएगी.
वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वन्यजीव विविधता वाले उत्तराखंड में मगरमच्छ और घड़ियालों की संख्या बेहतर है. ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब प्रदेश में मगरमच्छों और घड़ियालों की गणना ड्रोन कैमरे की सहायता से की जाएगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश के 6300 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के नदियों में मगरमच्छ और घड़ियाल हैं. पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस बार गणना की जानी है.
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उन्होंने कहा कि कार्बेट टाइगर रिजर्व और राजाजी नेशनल पार्क में घड़ियाल और मगरमच्छ की संख्या पहले से ही दर्ज है. ऐसे में प्रदेश के अब शारदा नदी, गौला नदी, नंधौर और रामगंगा नदी सहित कई नदियों में रहने वाले मगरमच्छ और घड़ियालों की ड्रोन कैमरे से गिनती की जाएगी. साथ ही उनकी फोटो और वास स्थलों की जानकारी भी ली जाएगी.