ETV Bharat / state

हल्द्वानी में बनेगी पहली ऑर्गेनिक मंडी,  किसानों को मिलेगा लाभ

प्रदेश में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार हल्द्वानी में प्रदेश का पहला ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना करने जा रही है. पहाड़ के परंपरागत ऑर्गेनिक अनाज, फल और सब्जी के लिए काम किया जाएगा.

हल्द्वानी में बनेगी पहली ऑर्गेनिक मंडी.
author img

By

Published : Jul 7, 2019, 11:50 AM IST

हल्द्वानी: प्रदेश सरकार सूबे में ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना करने जा रही है, जिसका उद्घाटन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे. मंडी परिषद विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने हल्द्वानी में प्रदेश का पहला ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना की बात कही है. इस मंडी में केवल ऑर्गेनिक खेती के उत्पाद को ही खरीदा और बेचा जाएगा, जिससे ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा मिल सके.

हल्द्वानी में बनेगी पहली ऑर्गेनिक मंडी.

मंडी परिषद विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि प्रदेश में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार हल्द्वानी में प्रदेश का पहला ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना करने जा रही है. पहाड़ के परंपरागत ऑर्गेनिक अनाज, फल और सब्जी के लिए काम किया जाएगा. इस मंडी में केवल ऑर्गेनिक उत्पाद ही खरीदा और बेचा जाएगा.

गजराज बिष्ट ने बताया कि ऑर्गेनिक खेती का उत्पादन करने वाले किसानों को कृषि विभाग द्वारा ऑर्गेनिक खेती का प्रमाण पत्र दिया जाएगा. प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में होने वाले प्रमुख फसल चौलाई, झंगोरा और मड़वा का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय कर दिया गया है. इसके साथ ही सभी मंडी समितियों को परंपरागत फसल खरीदने की अनुमति दे दी गई है.

ये भी पढ़ें: तीर्थनगरी में महिला ने शुरू किया 'रोटी बैंक', दिव्यांग होने के बावजूद गरीबों में बांटती हैं खाना

उन्होंने बताया कि परंपरागत खेती को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय स्तर पर मंडी समितियां अपने क्षेत्र में होने वाले उत्पादन की खरीद करेंगे, जिससे पहाड़ के किसानों को कृषि उत्पादन की बिक्री के लिए बाजार की तलाश नहीं करना पड़ेगा.

हल्द्वानी: प्रदेश सरकार सूबे में ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना करने जा रही है, जिसका उद्घाटन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे. मंडी परिषद विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने हल्द्वानी में प्रदेश का पहला ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना की बात कही है. इस मंडी में केवल ऑर्गेनिक खेती के उत्पाद को ही खरीदा और बेचा जाएगा, जिससे ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा मिल सके.

हल्द्वानी में बनेगी पहली ऑर्गेनिक मंडी.

मंडी परिषद विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि प्रदेश में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार हल्द्वानी में प्रदेश का पहला ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना करने जा रही है. पहाड़ के परंपरागत ऑर्गेनिक अनाज, फल और सब्जी के लिए काम किया जाएगा. इस मंडी में केवल ऑर्गेनिक उत्पाद ही खरीदा और बेचा जाएगा.

गजराज बिष्ट ने बताया कि ऑर्गेनिक खेती का उत्पादन करने वाले किसानों को कृषि विभाग द्वारा ऑर्गेनिक खेती का प्रमाण पत्र दिया जाएगा. प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में होने वाले प्रमुख फसल चौलाई, झंगोरा और मड़वा का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय कर दिया गया है. इसके साथ ही सभी मंडी समितियों को परंपरागत फसल खरीदने की अनुमति दे दी गई है.

ये भी पढ़ें: तीर्थनगरी में महिला ने शुरू किया 'रोटी बैंक', दिव्यांग होने के बावजूद गरीबों में बांटती हैं खाना

उन्होंने बताया कि परंपरागत खेती को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय स्तर पर मंडी समितियां अपने क्षेत्र में होने वाले उत्पादन की खरीद करेंगे, जिससे पहाड़ के किसानों को कृषि उत्पादन की बिक्री के लिए बाजार की तलाश नहीं करना पड़ेगा.

Intro:sammry- हल्द्वानी में स्थापित होगी ऑर्गेनिक मंडी केवल ऑर्गेनिक उत्पादन पर किया जाएगा काम। एंकर -प्रदेश सरकार प्रदेश में ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना करने जा रही है जिसकी शुरुआत जल्द मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे। मंडी परिषद विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि हल्द्वानी में प्रदेश का पहला ऑर्गेनिक मंडी का स्थापना किया जाना है जिसका उद्घाटन जल्द किया जाएगा। इस मंडी में केवल ऑर्गेनिक खेती के उत्पाद को ही खरीदा जाएगा और बेचा जाएगा जिससे कि ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा मिल सके।


Body:मंडी परिषद विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि प्रदेश में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार हल्द्वानी में प्रदेश का पहला ऑर्गेनिक मंडी की स्थापना करने जा रही है जिसमें पहाड़ के परंपरागत ऑर्गेनिक अनाज, फल सब्जी के लिए काम किया जाएगा इस मंडी में केवल ऑर्गेनिक उत्पाद ही खरीदा जाएगा और बेचा जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑर्गेनिक खेती का उत्पादन करने वाले किसानों को कृषि विभाग द्वारा ऑर्गेनिक खेती प्रमाण पत्र दिया जाएगा । उन्होंने बताया कि प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में होने वाले प्रमुख फसल चौलाई, झंगोरा और मड़वा का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी मंडी समितियों को परंपरागत फसल खरीदने की अनुमति दे दी गई है।


Conclusion:उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय स्तर पर मंडी समितिया अपने क्षेत्र में होने वाले उत्पादन की खरीद करेंगे जिससे कि पहाड़ के किसानों को आपने कृषि उत्पादन की बिक्री के लिए बाजार की तलाश नहीं करना पड़ेगा। बाइट- गजराज बिष्ट अध्यक्ष उत्तराखंड मंडी परिषद विपणन बोर्ड
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.