रामनगर: संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में प्रसव के लिए लाई गई गर्भवती महिला को रेफर करने के बाद मृत बच्चा पैदा होने के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. नाराज परिजनों ने महिला डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते अस्पताल के गेट पर धरने पर बैठ गए. मामले में परिजनों ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है.
बता दें, रामनगर के सुंदरखाल गांव की रहने वाली दीपा देवी पत्नी वीरेंद्र कुमार गर्भवती थीं और रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में लगातार चेकअप के लिए आ रही थी. शुक्रवार को भी जब महिला अस्पताल आई तो महिला चिकित्सक ने चेकअप के बाद ऑपरेशन के लिए उसे 1 सप्ताह बाद की डेट दे दी थी.
घर जाने पर शाम 4 बजे जब महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजनों उसे तुरंत ही रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने महिला को आगे ले जाने को कहा गया, परिजनों द्वारा जब महिला को रामनगर से पीरूमदारा के एक निजी हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, तो महिला को नॉर्मल तरीके से बच्चा हो गया लेकिन बच्चा मृत था. इसके बाद महिला के परिजन मृत बच्चे को लेकर रामनगर के चिकित्सालय पहुंचे.
महिला के पति वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि महिला का चेकअप ठीक से नहीं हुआ. यही वजह है कि ऑपरेशन की तिथि से पहले ही प्रसव हुआ और बच्चे की मौत हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस को महिला के पति की ओर से चिकित्सालय प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दी गई. इसके बाद महिला के परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया.
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उधर, चिकित्सालय के सीएमएस चंद्रा पंत ने बताया कि महिला से चेकअप से संबंधित पुराने व नए प्रपत्र मांगे गए हैं. जांच में अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बसपा नेता हेम भट्ट ने कहा कि अगर 2 से 3 दिनों में पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा तो वह उग्र आंदोलन करेंगे.