हल्द्वानी: ट्रांसपोर्टर पवन कन्याल की हत्या के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने हल्द्वानी कोतवाली का घेराव किया. पवन कन्याल के परिजनों का कहना है कि पुलिस के ढीले रवैय के कारण पवन कन्याल की हत्या हुई है. जब तक उन्हें एसएसपी से हत्यारों को पकड़ने का आश्वासन नहीं मिलेगा उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. वहीं शाम को नैनीताल एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी पवन कन्याल के घर पहुंची और परिजनों से मुलाकात उनका कार्रवाई का भरोसा दिया.
इस दौरान एसएसपी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि पूरे मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही मामले की सफल अनावरण के लिए पांच टीमों का गठन किया. पुलिस क्षेत्राधिकारी भूपेंद्र सिंह धोनी को जांच अधिकारी बनाया गया है.
एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी ने कहा कि परिजनों के तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों से मिली जानकारी के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ शुरू कर दी गई हैं. इसके अलावा मृतक के बिसरे का इंतजार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले का सफल अनावरण किया जाएगा. हत्या का मामला सामने आता है तो पूरे मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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दरअसल, हल्द्वानी के सुभाष नगर क्षेत्र के रहने वाले ट्रांसपोर्ट कारोबारी पवन कन्याल 16 अगस्त को लापता हो गए थे. परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट हल्द्वानी कोतवाली में दर्ज कराई थी. लेकिन पुलिस कन्याल को ढूढ नहीं पाई. 17 सितंबर को कन्याल की लाश मिली थी.
कन्याल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर करीब 24 जगहों पर चोट के निशान पाए गए हैं. परिजनों का कहना है कि कन्याल के शरीर पर चोट के निशाना पाए जाने का मतलब साफ है कि उसकी हत्या की गई है. परिजनों का आरोप है कि न तो पुलिस कन्याल की समय से तलाश कर पाई और न ही अब उसके हत्यारों को पकड़ रही है.
परिजनों ने कोतवाली के बाहर धरना देते हुए कहा है कि जब तक एसएसपी हत्या के आरोपियों को पकड़ने का आश्वासन नहीं दे देती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा. पवन कन्याल की पत्नी और उनके परिजनों का कहना है कि उनके सामने अब कोई रास्ता नहीं बचा है. इसीलिए उन्होंने ये रास्ता चुना है.