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'शहादत के बाद किसी ने पूछा नहीं', मिट्टी लेने गई टीम को मेजर अधिकारी के परिवार का जवाब - सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड

शहीद सम्मान यात्रा आज नैनीताल पहुंची. जहां सैन्य धाम निर्माण के लिए नैनीताल के चार वीर सपूतों के घरों से मिट्टी उठाई गई. जिसके तहत महावीर चक्र विजेता मेजर राजेश अधिकारी, लांस नायक प्रकाश लाल, सिपाही रतन सिंह और शिवराज सिंह के घर जाकर उनकी जन्मस्थली से मिट्टी एकत्रित की गई.

holy soil from martyrs house for sainya dham
नैनीताल में शहीद सम्मान यात्रा
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Published : Nov 24, 2021, 5:23 PM IST

Updated : Nov 24, 2021, 8:05 PM IST

नैनीतालः उत्तराखंड में सैन्य धाम (Sainya Dham) बनाया जाना है. इसके लिए सभी जिलों से शहीदों के गांवों से मिट्टी लाकर सैन्य धाम पहुंचाई जा रही है. इसी कड़ी में नैनीताल के चार वीर सपूतों के घर से मिट्टी उठाई गई. इस मिट्टी को पहले हरिद्वार ले जाया जाएगा, जहां पूजा-अर्चना आदि के बाद इस मिट्टी को देहरादून ले जाकर सैन्य धाम बनाया जाएगा. वहीं, सरकार की अनदेखी पर शहीद मेजर राजेश अधिकारी के परिजनों ने मिट्टी लेने पहुंची टीम के प्रति नाराजगी जताई.

नैनीताल के चार वीर सपूतों के घर से उठाई गई मिट्टी.

बता दें कि देहरादून में सैन्य धाम निर्माण के लिए सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड की ओर से प्रदेश भर के हर जिले, ब्लॉक और तहसील स्तर पर शहीदों के घर से मिट्टी लेने का काम किया जा रहा है. इसी के तहत आज सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड के कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी के नेतृत्व में शहीद सम्मान यात्रा नैनीताल पहुंची. जहां टीम ने साल 1999 के भारत-पाकिस्तान कारगिल युद्ध (Kargil War) में शहीद हुए महावीर चक्र विजेता मेजर राजेश अधिकारी (Martyr Major Rajesh Adhikari), साल 1971 पाकिस्तान युद्ध (Indo-Pakistani War of 1971) में शहीद हुए लांस नायक प्रकाश लाल (Prakash Lal), 1965 में शहीद हुए सिपाही रतन सिंह (Ratan Singh) और भवाली के शिवराज सिंह (shivraj SIngh) के घर जाकर उनकी जन्मस्थली से मिट्टी एकत्रित की.

ये भी पढ़ेंः रामनगर में शहीदों के घरों से पूर्व सैनिकों ने उठाई मिट्टी, सैन्य धाम निर्माण में बनेंगे 'साक्षी'

शहीद मेजर राजेश अधिकारी के परिजनों ने जताई नाराजगीः वहीं, सैन्य धाम निर्माण के लिए मिट्टी एकत्र करने पहुंची टीम को शहीद मेजर राजेश अधिकारी (Martyr Major Rajesh Adhikari) के परिजनों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. शहीद की भाभी करुणा अधिकारी और भाई श्याम सुंदर अधिकारी ने कहा कि सरकार और सेना उन्हें केवल कार्यक्रमों के दौरान ही हालचाल पूछती है, लेकिन सरकार ने आज तक किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई है. अब तो उन्होंने सेना के कार्यक्रम में जाना भी छोड़ दिया. राजेश के शहीद होने के बाद आज तक उनके कोई दुःख जानने नहीं आया.

वहीं, स्थानीय लोगों ने शहीद सम्मान यात्रा (Shaheed Samman Yatra) का भव्य स्वागत किया. यात्रा के नैनीताल पहुंचने पर कैप्टन भंडारी ने शहीद मेजर राजेश अधिकारी (Martyr Major Rajesh Adhikari) की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और मॉल रोड पर रैली निकली. उसके बाद शहीद मेजर राजेश अधिकारी के आवास पहुंचे. जहां से सैन्य धाम निर्माण के लिए मिट्टी एकत्रित की. इसके अलावा टीम लांस नायक प्रकाश लाल के घर भी पहुंची और मिट्टी एकत्र की.

ये भी पढ़ेंः शहीद सम्मान समारोह में बोले रक्षा मंत्री- हर शहीद के घर से मिट्टी पहुंचेगी सैन्य धाम, पाकिस्तान को कड़ा संदेश

इस दौरान कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी ने बताया कि नैनीताल जिले में 56 वीर सपूतों ने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी. केंद्र सरकार की ओर से देहरादून में सैन्य धाम बनाने की घोषणा की गई है, जिसके तहत उत्तराखंड के शहीद हुए सभी वीर सपूतों (Uttarakhand Martyr Jawan) के घरों से मिट्टी उठाई का कार्यक्रम चल रहा है. कुमाऊं और गढ़वाल के सभी जिलों से मिट्टी एकत्रित कर हरिद्वार लाई जाएगी, जहां मिट्टी का पुरोहितों की ओर से पूजा-अर्चना की जाएगी. उसके बाद देहरादून में सैन्य धाम की हिंदू रीति रिवाज के अनुसार नींव रखी जाएगी.

नैनीतालः उत्तराखंड में सैन्य धाम (Sainya Dham) बनाया जाना है. इसके लिए सभी जिलों से शहीदों के गांवों से मिट्टी लाकर सैन्य धाम पहुंचाई जा रही है. इसी कड़ी में नैनीताल के चार वीर सपूतों के घर से मिट्टी उठाई गई. इस मिट्टी को पहले हरिद्वार ले जाया जाएगा, जहां पूजा-अर्चना आदि के बाद इस मिट्टी को देहरादून ले जाकर सैन्य धाम बनाया जाएगा. वहीं, सरकार की अनदेखी पर शहीद मेजर राजेश अधिकारी के परिजनों ने मिट्टी लेने पहुंची टीम के प्रति नाराजगी जताई.

नैनीताल के चार वीर सपूतों के घर से उठाई गई मिट्टी.

बता दें कि देहरादून में सैन्य धाम निर्माण के लिए सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड की ओर से प्रदेश भर के हर जिले, ब्लॉक और तहसील स्तर पर शहीदों के घर से मिट्टी लेने का काम किया जा रहा है. इसी के तहत आज सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड के कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी के नेतृत्व में शहीद सम्मान यात्रा नैनीताल पहुंची. जहां टीम ने साल 1999 के भारत-पाकिस्तान कारगिल युद्ध (Kargil War) में शहीद हुए महावीर चक्र विजेता मेजर राजेश अधिकारी (Martyr Major Rajesh Adhikari), साल 1971 पाकिस्तान युद्ध (Indo-Pakistani War of 1971) में शहीद हुए लांस नायक प्रकाश लाल (Prakash Lal), 1965 में शहीद हुए सिपाही रतन सिंह (Ratan Singh) और भवाली के शिवराज सिंह (shivraj SIngh) के घर जाकर उनकी जन्मस्थली से मिट्टी एकत्रित की.

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शहीद मेजर राजेश अधिकारी के परिजनों ने जताई नाराजगीः वहीं, सैन्य धाम निर्माण के लिए मिट्टी एकत्र करने पहुंची टीम को शहीद मेजर राजेश अधिकारी (Martyr Major Rajesh Adhikari) के परिजनों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. शहीद की भाभी करुणा अधिकारी और भाई श्याम सुंदर अधिकारी ने कहा कि सरकार और सेना उन्हें केवल कार्यक्रमों के दौरान ही हालचाल पूछती है, लेकिन सरकार ने आज तक किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई है. अब तो उन्होंने सेना के कार्यक्रम में जाना भी छोड़ दिया. राजेश के शहीद होने के बाद आज तक उनके कोई दुःख जानने नहीं आया.

वहीं, स्थानीय लोगों ने शहीद सम्मान यात्रा (Shaheed Samman Yatra) का भव्य स्वागत किया. यात्रा के नैनीताल पहुंचने पर कैप्टन भंडारी ने शहीद मेजर राजेश अधिकारी (Martyr Major Rajesh Adhikari) की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और मॉल रोड पर रैली निकली. उसके बाद शहीद मेजर राजेश अधिकारी के आवास पहुंचे. जहां से सैन्य धाम निर्माण के लिए मिट्टी एकत्रित की. इसके अलावा टीम लांस नायक प्रकाश लाल के घर भी पहुंची और मिट्टी एकत्र की.

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इस दौरान कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी ने बताया कि नैनीताल जिले में 56 वीर सपूतों ने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी. केंद्र सरकार की ओर से देहरादून में सैन्य धाम बनाने की घोषणा की गई है, जिसके तहत उत्तराखंड के शहीद हुए सभी वीर सपूतों (Uttarakhand Martyr Jawan) के घरों से मिट्टी उठाई का कार्यक्रम चल रहा है. कुमाऊं और गढ़वाल के सभी जिलों से मिट्टी एकत्रित कर हरिद्वार लाई जाएगी, जहां मिट्टी का पुरोहितों की ओर से पूजा-अर्चना की जाएगी. उसके बाद देहरादून में सैन्य धाम की हिंदू रीति रिवाज के अनुसार नींव रखी जाएगी.

Last Updated : Nov 24, 2021, 8:05 PM IST
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