नैनीतालः सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा के बाद नैनीताल डीएम धीराज गर्ब्याल ने बेटियों के नाम पर हर घर की पहचान रखने के निर्देश दे दिए हैं. नैनीताल ऐसा करने वाला प्रदेश का पहला जिला होगा. अब जिले के गांव अब बेटियों के नाम से जाने जाएंगे, डीएम धीराज गर्ब्याल ने हर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले गांव के घरों को बेटियों के नाम से रखने के निर्देश दिए है. इस योजना की शुरुआत प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ने नैनीताल दौरे के दौरान की थी. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नैनीताल जिले के अंतर्गत आने वाले ब्लॉक की 40 बेटियों को नेम प्लेट आवंटित की थी.
वहीं, बेटियों को सम्मान मिलने के बाद से गदगद हुए परिवारों का कहना है कि सरकार के इस प्रयास के बाद बेटियों को नई ऊंचाई मिली है. इससे बेटियों का मनोबल बढ़ा है. नैनीताल निवासी अनिता जोशी का कहना है कि उनके द्वारा बेटे और बेटी में कभी अंतर नहीं किया गया और सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की तरफ एक कदम बढ़ाया है, जो सराहनीय कदम है.
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वहीं, सरकार के इस कदम के बाद उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवं कला को भी नई पहचान मिली है, क्योंकि जो नेम प्लेट मुख्यमंत्री द्वारा बेटियों को बांटी गई है, वह उत्तराखंड की लोक संस्कृति ऐपण कला को जीवंत करती है. सरकार की इस योजना के बाद गांव की महिलाओं को रोजगार मिलेगा, क्योंकि इस ऐपण कला को स्थानीय समूह की महिला द्वारा तैयार किया जाता है.