रामनगर: नैनीताल के रामनगर में नशे का काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस ने नशा और नशा तस्करों के खिलाफ बराबर अभियान चलाती रहती है. लेकिन इस कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रही है. पुलिस के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र में नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत 66 मुकदमे दर्ज हुए, जिसमें NDPS एक्ट के तहत 83 अभियुक्तों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है.
रामनगर में पुलिस नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए लगातार अभियान चला कर कार्रवाई करती रही है. बावजूद इसके नशे का कारोबार धड़ल्ले से फलफूल रहा है. आरोपी लगातार पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं. लेकिन नशे के कारोबार पर नकेल नहीं लग पा रही है. अगर बात करें पिछले 3 सालों की तो पुलिस नशे के कारोबार पर अंकुश नहीं लगा पाई है. पुलिस छोटे कारोबारियों तक तो पहुंच जाती है, लेकिन जो इस काले कारोबार के मुख्य कर्ताधर्ता हैं उन तक नहीं पहुंच पाती. ऐसे में जब तक बड़े कारोबारी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, तब तक ये कारोबार ऐसे ही फलता फूलता रहेगा.
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वहीं, एसएसआई जयपाल चौहान ने बताया कि साल 2018 में NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 11 मामले पंजीकृत किए गए थे, जिसमें सभी 11 अभियुक्तों को पकड़ा गया. वहीं, साल 2019 में 21 मुकदमे दर्ज किए गए थे, जिसमें सभी 21 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद बात करें अगर साल 2020 की तो इस साल NDPS एक्ट के तहत 34 अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और 51 अभियुक्तों को NDPS एक्ट तहत गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि इन 3 सालों में 66 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें 83 से ज्यादा अभियुक्तों को NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.