हल्द्वानी: उत्तराखंड में अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी कोई नई बात नहीं है. सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर किसानों को कई तरह की योजनाओं का लाभ दे रही है, लेकिन हल्द्वानी में सिंचाई विभाग (Haldwani Irrigation Department) की नहरें और गूल जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. इस भीषण गर्मी में किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई के लिए पानी की जरूरत है, लेकिन विभाग की लापरवाही से पानी सड़कों पर बह रहा है. जिससे पानी की बर्बादी के साथ-साथ सड़क भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं और विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सुध नहीं ले रहे हैं.
गौर हो कि गौला बैराज से छोड़ा जाने वाला सिंचाई का पानी सड़कों पर बह रहा है. हल्द्वानी और उसके आसपास के किसानों के सिंचाई के लिए मुख्य साधन सिंचाई विभाग की नहर और गूल हैं, जिसमें पानी काठगोदाम गौला बैराज (Haldwani Gaula Barrage) से छोड़ा जाता है. इस समय गर्मी चरम पर है जहां किसानों की फसल सूखने की कगार पर हैं. गौला बैराज में पानी कम होने के चलते सिंचाई विभाग रोस्टिंग के आधार पर किसानों को नहर के माध्यम से पानी उपलब्ध करा रहा है, जिससे कि किसानों की फसलों की सिंचाई हो सके. लेकिन सिंचाई विभाग की लापरवाही इस कदर है कि उसकी नहर और गूल जगह-जगह टूटी हुई हैं. सबसे बुरा हाल हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र से लगे ग्रामीण इलाके तीनपानी का है. यहां नहर जगह-जगह क्षतिग्रस्त है. नतीजतन सिंचाई का पानी खेतों में जाने के बजाय सड़कों पर बह रहा है.
पढ़ें-नैनीतालः बंद सड़कों के कारण मरीज परेशान, वाहन और स्ट्रेचर के सहारे पहुंचाया जा रहा अस्पताल
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम का सीवरेज का पानी सिंचाई विभाग की नहर में जा रहा है, जहां सिंचाई विभाग के पानी के साथ-साथ सीवर का गंदा पानी भी सड़कों पर बह रहा है. नगर निगम और सिंचाई विभाग दोनों लापरवाह बने हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि सिंचाई विभाग की नहरें जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हैं इसको ठीक कराने के लिए बजट की डिमांड की गई है. बजट मिलते ही इन नहरों की मरम्मत का काम किया जाएगा. रही बात सड़कों पर पानी बहने की तो सिंचाई विभाग की छोटी गूलों में कूड़ा कचरा भर जाने के चलते बंद हो जा रही हैं. जिसके चलते पानी सड़कों पर बह रहा है, कर्मचारियों द्वारा सफाई कराई जा रही है.