नैनीतालः लॉकडाउन का असर अब नैनीताल की नगर पालिका पर भी पड़ने लगा है. पार्किंग और टोल टैक्स आवंटन नहीं होने से नगर पालिका को करोड़ों रुपये का घाटा हो रहा है. पालिका की स्थिति इतनी बदतर हो चुकी है कि अब कर्मचारियों को वेतन देने के पैसे तक नहीं है. वहीं, पालिका को घाटे से उबारने के लिए पालिकाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है.
दरअसल, नैनीताल नगर पालिका की मुख्य आय का स्रोत विभिन्न पार्किंग समेत यहां का टोल टैक्स ब्रिज है. लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते इन पार्किंगों और लेक ब्रिज टोल का आवंटन नहीं हो सका है. इस वजह से नगरपालिका को करीब 4 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं, अब पालिका घाटे से उबरने के लिए व्यापारियों पर व्यापार टैक्स समेत अन्य टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है, जिससे घाटे में जा रही पालिका को उबारा जा सके.
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वहीं, नगर पालिका के कर्मचारियों को करीब 2 महीने से वेतन तक नहीं मिला है. इस वजह से पालिका के इन कर्मचारियों को अब काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अब पालिका को घाटे से उबारने के लिए पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखा है और नगर पालिका की मदद की मांग की है. ताकि इस महामारी के बीच कर्मचारियों को वेतन दिया जा सके.