हल्द्वानी: कुमाऊं क्षेत्र में जहां एक ओर लगातार अपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं. वहीं जवानों को कांवड़ ड्यूटी पर भेजे जाने से पुलिस महकमा कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. जिसके चलते क्राइम कंट्रोल, यातायात सहित अन्य विभागीय कार्यों में पुलिस कर्मचारियों की भारी कमी देखने को मिल रही है.
दरअसल, कांवड़ मेला व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए कुमाऊं क्षेत्र से 800 सिपाही, 120 दरोगा सहित करीब 1100 से अधिक पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी के लिए हरिद्वार भेजा गया है. वहीं नैनीताल जनपद से 300 पुलिस कर्मियों को कांवड़ मेला ड्यूटी पर तैनात किया गया है.
ऐसे में कुमाऊं क्षेत्र के थाने-चौकियों में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की कमी देखने को मिल रही है. पुलिस कर्मचारियों की कमी के चलते कानून-व्यवस्था, शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है.
पढ़ें-शीला दीक्षित को पसंद थी नैनीताल की शॉल, बहन के साथ अक्सर आती थीं सरोवर नगरी
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कोई अप्रिय घटना होने पर पुलिस महकमा कैसे पार पाएगा? जब कि थाने-चौकियों में पुलिस बल की भारी कमी है. वहीं हर साल देवभूमि में बरसात के समय आपदा का भी सबसे ज्यादा खतरा बना रहता है.
वहीं एसएसपी सुनील कुमार मीणा का कहना है कि नैनीताल जिले से लगभग 300 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी कांवड़ मेले में लगाई गई है. पुलिस फोर्स को हर साल कांवड़ में भेजा जाता है, शहर की यातायात व्यवस्था और कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए फिलहाल पर्याप्त पुलिस फोर्स है. आपदा के प्रशिक्षित प्राप्त पुलिसकर्मियों की ड्यूटी कांवड़ मेले में नहीं लगाई गई है.