हल्द्वानी: कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी अस्पताल के डॉक्टर को बड़ी कामयाबी मिली है. ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के लिए अब मरीजों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा. डॉक्टरों की टीम ने पहली बार नाक में लेंस सिस्टम से ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया है, जो कुमाऊं मंडल में पहला सफल ऑपरेशन है. इस ऑपरेशन की खास बात यह रही कि मरीज के सिर की चीर फाड़ नहीं करनी पड़ी.
ईएनटी, न्यूरो सर्जरी, और एनेस्थीसिया विभाग ने मिलकर दो मरीजों के ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन किये हैं. डॉक्टरों की सफलता यह है कि ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन नाक के द्वारा बिना चीर फाड़ के हुआ.डॉक्टर और टीम के दो मरीजों का सफल ऑपरेशन अलग-अलग दिन 4 घंटे में किया गया. फिलहाल दोनों मरीज ICU में हैं, जो रिकवर कर रहे हैं और स्वस्थ हैं. डॉक्टरों के मुताबिक दोनों मरीज ब्रेन ट्यूमर से ग्रसित थे, जिसका असर दोनों मरीजों की आंख की रोशनी पर प्रभाव पड़ रहा था. दोनों मरीजों की उम्र 50 साल के करीब है, जो पहाड़ से आए हुए थे और ब्रेन ट्यूमर से परेशान थे. इस तरह का सफल ऑपरेशन कुमाऊं में पहली बार हुआ है. डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह के सफल ऑपरेशन से पहाड़ के मरीजों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा.
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इससे पहले ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन करने के लिए मरीजों को शहरों का रुख करना पड़ता था. अब सुशील तिवारी अस्पताल में मरीज अपना ब्रेन ट्यूमर का नई तकनीकी माध्यम से सफल ऑपरेशन कर सकते हैं. ब्रेन ट्यूमर के सफल ऑपरेशन पर डॉक्टर भी उत्साहित हैं. यही नहीं दोनों मरीजों का ऑपरेशन आयुष्मान कार्ड योजना के तहत निशुल्क किया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि सरकार की इस योजना के तहत मरीजों को लाभ मिल रहा है.