रामनगर: पीपीपी मोड पर संचालित संयुक्त चिकित्सालय रामनगर की डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. डॉक्टर ने प्रसव के लिए आई महिला को गंभीर अवस्था में बताकर हायर सेंटर रेफर कर दिया लेकिन महिला की घर पर ही नॉर्मल डिलीवरी हो गई.
पीड़ित जफर इकबाल ने अस्पताल की डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीती रात जब उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई, तो वो पत्नी को लेकर संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे लेकिन अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने कहा कि उनकी पत्नी की हालत काफी नाजुक है. ऐसे में यहां प्रसव कराना खतरनाक हो सकता है. ऐसे में वो अपनी पत्नी को लेकर हायर सेंटर लेकर जाएं.
पीड़ित ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने उनको बताया कि बच्चा पेट में असुरक्षित है. पीड़ित ने बताया कि उनके साथ आई आशा वर्कर के साथ भी अभद्रता की गई. काफी परेशान होकर पीड़ित जफर इकबाल अपनी पत्नी को लेकर घर वापस आ गये. कुछ समय के बाद उनकी पत्नी की घर पर ही नॉर्मल डिलीवरी हो गई. पीड़ित जफर इकबाल ने अभद्रता व गलत राय देने वाले डॉक्टर पर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है.
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दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई: अस्पताल के सीएमएस चंद्रा पंत ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी. अगर कोई डॉक्टर दोषी पाया जाता है, तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
क्या है मामला: रामनगर के खताड़ी में रहने वाले जफर इकबाल की पत्नी को शुक्रवार रात करीब साढ़े 9 बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई. जफर इकबाल ने बिना देर किए घर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित संयुक्त चिकित्सालय रामनगर का रुख किया. जफर अपनी पत्नी को 5 से 7 मिनट में लेकर अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने 15 मिनट तक देखने के बाद महिला को हायर सेंटर रेफर के लिए कहा. हालांकि, जफर ने कहा कि वो अल्ट्रासाउंड करवाएं और जांच करें, उसके बाद ही कोई निर्णय लें.
अस्पताल प्रशासन ने जफर की एक नहीं सुनी और बिना देर किए हायर सेंटर ले जाने के लिए कहा. उसके बाद जफर अपनी पत्नी को टैंपो से लेकर घर पहुंचे. उसके करीब एक घंटे बाद महिला की घर पर ही नॉर्मल डिलीवरी हो गई. फिलहाल, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.