हल्द्वानी: नैनीताल जिले में भीमताल के जंगलियागांव में 25 दिसंबर की रात पकड़ी गई बाघिन तीन महिलाओं को निवाला बनाने वाली निकली. बाघिन के डीएनए सैंपल रिपोर्ट आने से साफ हो गया है पकड़ी गई बाघिन ही नरभक्षी है.डीएनए रिपोर्ट आने से साफ हो गया है कि मलुवाताल, पिनरों और अलचौना में दो महिलाओं और एक युवती को निवाला बनाने वाली बाघिन ही थी. 25 दिसंबर को वन विभाग के टीम ने ट्रेंकुलाइजर कर बाघिन को पकड़ा था, जिसके बाद बाघिन का डीएनए रिपोर्ट भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून (डब्लूआईआई) भेजा गया था. रिपोर्ट में बाघिन का डीएनए और तीनों घटनाओं के बाद मौके से मिले वन्यजीव के बालों समेत अन्य सैंपल के डीएनए से मिलान किया गया था.
वन संरक्षक दक्षिणी कुमाऊं टीआर बीजूलाल का कहना है कि मंगलवार की शाम डीएनए रिपोर्ट आ गई है. सैंपल मिलान होने के बाद साफ है कि तीनों लोगों को पकड़ी गई बाघिन ने मारा है. पकड़ी गई बाघिन को पहले रानीबाग स्थित रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था, लेकिन रेस्क्यू सेंटर में पर्याप्त जगह नहीं होने के चलते रामनगर स्थित ढेला रेस्क्यू सेंटर भेजी गई.बाघिन फिलहाल बाड़े में कैद रहेगी.गौरतलब हैं नैनीताल जिले के भीमताल क्षेत्र में बाघिन का पिछले कई महीनो से आतंक था. पकड़ी की बाघिन ने 10 दिन में दो महिलाओं सहित एक युवती को अपना निवाला बनाया था.
पढ़ें-भीमताल में पकड़ी गई बाघिन रामनगर रेस्क्यू सेंटर शिफ्ट, डीएनए रिपोर्ट का इंतजार बाकी
बाघिन के पकड़े जाने से वन विभाग ने भी राहत की सांस ली है.बाघिन ने भीमताल ग्राम पंचायत मलुवाताल के तोक कसाइल गांव में 7 दिसंबर को इंद्रा देवी, 9 दिसंबर को पिनरों के तोक डोब गांव में पुष्पा देवी और 19 दिसंबर को अलचौना के ताड़ा गांव में निकिता शर्मा को अपना निवाला बनाया था. नरभक्षी बाघिन को पकड़ने या मारने के मांग लोग लगातार कर रहे थे. जिसके बाद वन विभाग ने 25 दिसंबर को जंगलियागांव के तोक नौली में घूम रही बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर भेज दिया था.