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हल्द्वानी: जिले को आपदा से भारी नुकसान, DM ने अधिकारियों को किया निर्देशित

नैनीताल जनपद में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जिलाधिकारी ने बरसात और आपदा से हुए नुकसान के आकलन के लिए विभागीय अधिकारी को निर्देशित किया है.

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नैनीताल जनपद
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Published : Aug 10, 2020, 10:58 AM IST

हल्द्वानी: जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जनपद में सबसे ज्यादा नुकसान पहाड़ी क्षेत्रों में देखा गया है. जहां विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर, सड़कें और संचार लाइनों को नुकसान पहुंचा है. जिस पर जिला प्रशासन अभी तक 50 लाख से अधिक खर्च कर चुका है. जिलाधिकारी सविन बंसल ने बरसात और आपदा से हुए नुकसान के आकलन के लिए विभागीय अधिकारी को निर्देशित किया है.

DM ने अधिकारियों को किया निर्देशित.

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि मॉनसून के दौरान हुए नुकसान का आकलन के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. जिले में अभी तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि जगह-जगह सड़कें बंद और भूस्खलन की घटनाओं के अलावा विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर और काश्तकारों की भूमि कटान के नुकसान के आकलन सामने आए हैं.

पढ़ें: गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग दूसरे दिन भी बंद, रोकी गई केदारनाथ यात्रा

जिला अधिकारी ने बताया कि अभी मॉनसून सत्र चल रहा है. विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने विभागों और क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन कर जिला प्रशासन को बताए. जिससे समय रहते नुकसान की भरपाई पूरी की जा सके. उन्होंने बताया कि बरसात से हुए नुकसान की भरपाई आपदा मद से की जाएगी.

हल्द्वानी: जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जनपद में सबसे ज्यादा नुकसान पहाड़ी क्षेत्रों में देखा गया है. जहां विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर, सड़कें और संचार लाइनों को नुकसान पहुंचा है. जिस पर जिला प्रशासन अभी तक 50 लाख से अधिक खर्च कर चुका है. जिलाधिकारी सविन बंसल ने बरसात और आपदा से हुए नुकसान के आकलन के लिए विभागीय अधिकारी को निर्देशित किया है.

DM ने अधिकारियों को किया निर्देशित.

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि मॉनसून के दौरान हुए नुकसान का आकलन के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. जिले में अभी तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि जगह-जगह सड़कें बंद और भूस्खलन की घटनाओं के अलावा विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर और काश्तकारों की भूमि कटान के नुकसान के आकलन सामने आए हैं.

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जिला अधिकारी ने बताया कि अभी मॉनसून सत्र चल रहा है. विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने विभागों और क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन कर जिला प्रशासन को बताए. जिससे समय रहते नुकसान की भरपाई पूरी की जा सके. उन्होंने बताया कि बरसात से हुए नुकसान की भरपाई आपदा मद से की जाएगी.

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