हल्द्वानी: पार्किंग, जाम की समस्या और हादसों के दौरान घायल के संबंध में जल्द जानकारी हासिल हो सके, इसको लेकर नैनीताल पुलिस अब सभी वाहनों को QR कोड से जोड़ने जा रही है. जिसमें वाहनों पर लगे QR कोड को स्कैन करने से जल्द ही वाहन चालक से संबंधित जानकारी मिल जाएगा.
स्मार्ट व्हीकल स्टीकर में वाहन चालक सहित उसका पारिवारिक डिटेल उपलब्ध होगा. साथ ही उसने वाहन चालक का ब्लड ग्रुप भी रहेगा, जिससे हादसे के दौरान उस वाहन चालक के ब्लड सैंपल की जानकारी मिल सके. डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने स्मार्ट व्हीकल स्टीकर का शुभारंभ किया. इस दौान उन्होंने कहा 'मिल जाए' संस्था के माध्यम से पहली बार नैनीताल जनपद के वाहनों को QR कोड स्टीकर से जोड़ने का काम शुरू किया गया है.
उन्होंने कहा कई बार ऐसा होता है कि वाहन चालक सड़क किनारे वाहन को खड़ा करके चला जाता है, जिससे जाम की स्थिति हो जाती है. ऐसी परिस्थितियों में वाहन में लगे क्यूआर कोड को कोई व्यक्ति अपने मोबाइल से स्कैन कर, उस वाहन स्वामी को बुला सकता है और वाहन हटाने को कह सकता है.
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कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने पर उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती है. उन परिस्थितियों में कोई भी व्यक्ति वाहन में लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर वाहन के संबंध में जानकारी हासिल कर उसके परिजनों को सूचित कर सकता है, जिससे हादसे के दौरान घायल को तुरंत इलाज मिल जाएगा.
डीआईजी कुमाऊं ने बताया कि पुलिस द्वारा पहली बार इसका प्रयोग किया जा रहा है. इस क्यूआर कोड के माध्यम से जाम से छुटकारा मिलेगा. पहले चरण में एक हजार लोगों को निशुल्क स्मार्ट व्हीकल स्टीकर दिया गया है. स्टीकर को वाहन में लगाने के दौरान स्कैन कर वाहन स्वामी को इसमें अपने सभी डिटेल भरने होंगे. 'मिल जाए' कंपनी द्वारा पहली बार उत्तराखंड पुलिस के सहयोग से इसकी शुरुआत की गई है. भविष्य में बड़े स्तर पर इसका प्रयोग किया जाएगा.