हल्द्वानीः बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल हिटो बॉर्डर तिरंगा यात्रा निकालने जा रहे हैं. जिसमें काफी संख्या में आर्मी के रिटायर अधिकारी, पूर्व प्रशासनिक अफसरों के अलावा सैनिक परिवार के लोग शामिल होंगे. यह यात्रा आगामी 15 अगस्त को पिथौरागढ़ के धारचूला से झूलाघाट के कानड़ी गांव तक निकलेगी. इसके तहत सीमांत गांवों को आबाद करने पर जोर दिया जाएगा. साथ ही सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा. इसकी जानकारी खुद बिशन सिंह चुफाल ने दी है.
दरअसल, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल ने हल्द्वानी कुमाऊं बीजेपी संभाग कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान विधायक चुफाल ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर रहने वाले लोगों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ शहीदों को सम्मानित करना है. करीब 65 किलोमीटर की यह यात्रा 35 ग्राम पंचायत से होकर जाएगी. इस दौरान देश की सुरक्षा में तैनात जवानों के परिवारों से मुलाकात की जाएगी. साथ ही शहीदों को भी सम्मान दिया जाएगा. इस यात्रा का समापन झूलाघाट के कानड़ी ग्राम पंचायत में होगा.
ये भी पढ़ेंः बीजेपी के संपर्क में कांग्रेस के कई MLA, पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल का बड़ा बयान
विधायक बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि जिस तरह से सीमांत क्षेत्र की गांव से पलायन हो रहा है, वो चिंता का विषय है. ऐसे में सीमांत गांव को फिर से आबाद करना होगा. इसको देखते देश विदेश में रहने वाले सीमांत क्षेत्र के प्रवासियों से अपील की गई है कि इस 15 अगस्त पर अपने गांव पहुंचकर स्कूलों और सैनिकों के बीच स्वतंत्रता दिवस मनाएं. ताकि, जो लोग सीमांत क्षेत्र को छोड़कर चले गए हैं, वो लोग फिर आकर रहें. इससे देश की सीमाएं भी मजबूत होंगे.
ये भी पढ़ेंः कैबिनेट में शामिल न किए जाने पर छलका चुफाल का दर्द, 'शुभचिंतकों' पर साधा निशाना
डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि सरकार सीमांत क्षेत्रों में बेहतर सुविधा उपलब्ध करा रही है. जिससे सीमांत क्षेत्र के रहने वाले लोग पलायन न करें. उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा को पार्टी के हाईकमान के निर्देश के बाद किया जा रहा है. जिसमें काफी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी के साथ कार्यकर्ता भी शामिल होंगे. गौर हो कि सरकार भारत चीन सीमा पर बसे गांवों को आबाद करने का प्रयास कर रही है. इसको लेकर वाइब्रेंट विलेज योजना भी शुरू की है.
ये भी पढ़ेंः भारत चीन बॉर्डर पर बसे इन गांवों में लगता है परमिट, इनर लाइन से हटाने को लेकर गृह मंत्रालय को भेजा पत्र