रामनगर: वन प्रभाग तराई पश्चिमी ने वन विभाग के कार्मिकों की फील्डिंग कर रहे फील्डरों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर पुलिस उच्चाधिकारी को पत्र लिखा है. तराई पश्चिमी के डीएफओ कुंदन कुमार ने कहा इन फील्ड दलों की शिकायत पुलिस विभाग से की जा रही है. इससे वन विभाग के कार्मिकों को खतरा है. इस तरह का कार्य संगठित रूप से किया जा रहा है, जो अपराध को श्रेणी में आता है.
वन विभाग में भी नंबर 2 का कार्य करने वाले लोगों का एक नेटवर्क है. जिसे फील्डर का नाम दिया गया है. ये फिल्डर कब कौन सा अधिकारी, कहां से, कितने बजे उठा है और कितने बजे चला है, कहां जाने वाला है इसकी जानकारी देता है. इनके और ट्रांसपोर्टर के बीच, ड्राइवर के बीच और इस फिल्डर के बीच, इस नंबर दो के काम में बड़ा अहम रोल है. अब वन विभाग के लिए ये फील्डर किसी चुनौती से कम नहीं है. विभाग को इन फिल्डरों से अब खतरा भी महसूस हो रहा है. पूर्व में भी कई बार फिल्डरों व वन विभाग के कर्मचारियों के बीच झड़प देखी गई है. कई बार इन फिल्डरों द्वारा वन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों पर हमला भी किया गया है.
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जानकारी देते हुए तराई पश्चिमी के डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया हमें लगातार सूचनाएं मिल रही हैं कि फील्डरों द्वारा लगातार हमारे वन विभाग के कर्मचारियों की फील्डिंग की जा रही है. इनका एक बहुत बड़ा व्हाट्सएप ग्रुप भी संचालित है. जिस ग्रुप में हमारे कार्मिकों की हर लोकेशन को बताया जाता है. उन्होंने कहा इस संबंध में हमारे तराई पश्चिमी रेंज द्वारा इन फील्ड दलों की शिकायत पुलिस विभाग से की जा रही है. इससे वन विभाग के कार्मिकों को खतरा है. इस तरह कार्य संगठित रूप से किया जा रहा है, जो अपराध को श्रेणी में आता है. उन्होंने कहा इस संबंध में फिल्डरों पर आवश्यक कार्रवाई करने हेतु पुलिस विभाग को पत्र लिखा जा रहा है.