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Navratri पर हल्द्वानी के देवी मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता, टिहरी में ऐसे किया नववर्ष का स्वागत

चैत्र नवरात्रि पर हल्द्वानी के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का समूह उमड़ रहा है. लोग श्रद्धा भाव से देवी मां के आगे शीश नवा रहे हैं. उधर टिहरी में नवरात्रि की पूर्व संध्या पर हिंदू नववर्ष का स्वागत किया गया.

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नवरात्रि समाचार
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Published : Mar 22, 2023, 10:07 AM IST

Updated : Mar 22, 2023, 2:14 PM IST

उत्तराखंड में नवरात्रि की धूम

हल्द्वानी: आज से चैत्र नवरात्रों की शुरुआत हो गई है. अगले 9 दिन तक माता रानी की अलग-अलग रूपों में पूजा की जाएगी. नवरात्रों को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. आज सुबह से ही हल्द्वानी शहर के अलग-अलग मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिल रही है.

हल्द्वानी में नवरात्रि की धूम: हल्द्वानी के शीतला देवी, जगदंबा मंदिर और महालक्ष्मी मंदिर में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. नवरात्रों को देखते हुए कल देर शाम से ही मंदिरों को धूमधाम से सजाया गया. चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 मार्च यानी आज से शुरू होकर 30 मार्च तक चलेगा. इन सभी नौ दिनों में माता रानी की आराधना की जाएगी. आज ही से नव संवत्सर यानी हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत हो रही है.

देवी मंदिरों में श्रद्धालु कर रहे पूजा-पाठ: नवरात्र को लेकर श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह है. श्रद्धालुओं के मुताबिक उन्होंने मंदिर में आज पूजा अर्चना की है और अगले नौ दिन तक लगातार माता के नौ स्वरूपों की पूजा होगी. उन्होंने माता से मनोकामना की है कि देश विकास के पथ पर अग्रसर हो और सुख समृद्धि आए. हल्द्वानी के जगदंबा नगर मंदिर में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने को मिल रहा है.

हल्द्वानी में उत्तर भारत के एकमात्र अष्टादश महाभुजा मंदिर बेरीपड़ाव में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में माता लक्ष्मी के नौ स्वरूप विराजमान हैं. यहां नवरात्रि के मौके पर दूर-दूर से भक्त और श्रद्धालु पहुंचकर माता लक्ष्मी के सभी रूपों के दर्शन कर मनोकामना मांग रहे हैं. चैत्र नवरात्र के शुरुआत के दिन से ही यहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंच रहे हैं. माता के दर्शन कर सभी श्रद्धालु सुख समृद्धि और संपन्नता की कामना कर रहे हैं. महालक्ष्मी मंदिर के महामंडलेश्वर सोमेश्वर यति महाराज ने बताया कि चैत्र नवरात्र का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. पहले दिन मां शैलपुत्री का आशीर्वाद लेने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आ रहे हैं.
ये भी पढ़ें: chaitra navratri 2023: नवरात्र के पहले दिन मां मनसा मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, ये है मंदिर की मान्यता

लक्सर में भी नवरात्रि की धूम: लक्सर के जगदंबा मंदिर, दुर्गा मंदिर, पुराने शिव मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है. सुबह से ही भक्तजन सपरिवार जहां घरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं. वहीं मंदिरों में भी विधि-विधान से मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना कर अखंड ज्योत जलाई जा रही है. नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. जिसके फलस्वरूप सभी लोग अपनी श्रद्धा अनुसार मंदिरों में पूजा अर्चना कर अपने परिवार की खुशहाली की प्रार्थना कर रहे हैं.

वहीं लक्सर मेन बाजार स्थित मां जगदंबा मंदिर में सुबह से ही लोगों का आवागमन लगा हुआ है. हर कोई माता रानी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहा है. वहीं इस बाबत मंदिर के पुजारी रामनाथ शर्मा ने बताया कि चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. उसी के फलस्वरूप आज घट स्थापना कर मां की अखंड ज्योत जलाकर विधि विधान से मंत्र उच्चारण के साथ यजमान द्वारा पूजा कराई जा रही है.

टिहरी में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर मनाया जश्न: आमतौर पर विश्व भर में 1 जनवरी को नया साल के रूप में मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार हिंदू नव वर्ष की शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. साथ ही इस विशेष दिन पर मां भगवती की उपासना के लिए समर्पित चैत्र नवरात्रि का भी शुभारंभ हो जाता है. हिन्दू नववर्ष की शुरुआत को लेकर नई टिहरी के सभी सामाजिक सगठनों ने मिलकर नगर पालिका हॉल में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों और गायकों ने अनेकों रंगारंग कार्यक्रम पेश किये. झांकियों के माध्यम से हिंदू नव वर्ष की बधाई दी.

उत्तराखंड में नवरात्रि की धूम

हल्द्वानी: आज से चैत्र नवरात्रों की शुरुआत हो गई है. अगले 9 दिन तक माता रानी की अलग-अलग रूपों में पूजा की जाएगी. नवरात्रों को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. आज सुबह से ही हल्द्वानी शहर के अलग-अलग मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिल रही है.

हल्द्वानी में नवरात्रि की धूम: हल्द्वानी के शीतला देवी, जगदंबा मंदिर और महालक्ष्मी मंदिर में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. नवरात्रों को देखते हुए कल देर शाम से ही मंदिरों को धूमधाम से सजाया गया. चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 मार्च यानी आज से शुरू होकर 30 मार्च तक चलेगा. इन सभी नौ दिनों में माता रानी की आराधना की जाएगी. आज ही से नव संवत्सर यानी हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत हो रही है.

देवी मंदिरों में श्रद्धालु कर रहे पूजा-पाठ: नवरात्र को लेकर श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह है. श्रद्धालुओं के मुताबिक उन्होंने मंदिर में आज पूजा अर्चना की है और अगले नौ दिन तक लगातार माता के नौ स्वरूपों की पूजा होगी. उन्होंने माता से मनोकामना की है कि देश विकास के पथ पर अग्रसर हो और सुख समृद्धि आए. हल्द्वानी के जगदंबा नगर मंदिर में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने को मिल रहा है.

हल्द्वानी में उत्तर भारत के एकमात्र अष्टादश महाभुजा मंदिर बेरीपड़ाव में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में माता लक्ष्मी के नौ स्वरूप विराजमान हैं. यहां नवरात्रि के मौके पर दूर-दूर से भक्त और श्रद्धालु पहुंचकर माता लक्ष्मी के सभी रूपों के दर्शन कर मनोकामना मांग रहे हैं. चैत्र नवरात्र के शुरुआत के दिन से ही यहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंच रहे हैं. माता के दर्शन कर सभी श्रद्धालु सुख समृद्धि और संपन्नता की कामना कर रहे हैं. महालक्ष्मी मंदिर के महामंडलेश्वर सोमेश्वर यति महाराज ने बताया कि चैत्र नवरात्र का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. पहले दिन मां शैलपुत्री का आशीर्वाद लेने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आ रहे हैं.
ये भी पढ़ें: chaitra navratri 2023: नवरात्र के पहले दिन मां मनसा मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, ये है मंदिर की मान्यता

लक्सर में भी नवरात्रि की धूम: लक्सर के जगदंबा मंदिर, दुर्गा मंदिर, पुराने शिव मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है. सुबह से ही भक्तजन सपरिवार जहां घरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं. वहीं मंदिरों में भी विधि-विधान से मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना कर अखंड ज्योत जलाई जा रही है. नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. जिसके फलस्वरूप सभी लोग अपनी श्रद्धा अनुसार मंदिरों में पूजा अर्चना कर अपने परिवार की खुशहाली की प्रार्थना कर रहे हैं.

वहीं लक्सर मेन बाजार स्थित मां जगदंबा मंदिर में सुबह से ही लोगों का आवागमन लगा हुआ है. हर कोई माता रानी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहा है. वहीं इस बाबत मंदिर के पुजारी रामनाथ शर्मा ने बताया कि चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. उसी के फलस्वरूप आज घट स्थापना कर मां की अखंड ज्योत जलाकर विधि विधान से मंत्र उच्चारण के साथ यजमान द्वारा पूजा कराई जा रही है.

टिहरी में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर मनाया जश्न: आमतौर पर विश्व भर में 1 जनवरी को नया साल के रूप में मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार हिंदू नव वर्ष की शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. साथ ही इस विशेष दिन पर मां भगवती की उपासना के लिए समर्पित चैत्र नवरात्रि का भी शुभारंभ हो जाता है. हिन्दू नववर्ष की शुरुआत को लेकर नई टिहरी के सभी सामाजिक सगठनों ने मिलकर नगर पालिका हॉल में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों और गायकों ने अनेकों रंगारंग कार्यक्रम पेश किये. झांकियों के माध्यम से हिंदू नव वर्ष की बधाई दी.

Last Updated : Mar 22, 2023, 2:14 PM IST
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