हल्द्वानीः बाट माप विभाग ने गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई शुरू कर दिया है. विभाग ने पिछले 2 सालों में बड़ी-बड़ी कंपनियों के अलावा दुकानदारों द्वारा की गई घटतौली और मानक पूरा न नहीं करने पर 3,012 मामले दर्ज कर करीब 65 लाख का जुर्माना वसूला है. यही नहीं 21 मामले न्यायालय को भेजे हैं.
दरअसल, बाट माप विभाग उपभोक्ताओं के संरक्षण के लिए दुकानदारों और कंपनियों की निगरानी करता है. कंपनी के एक्ट और शर्तो के अनुसार रेडिमेड कपड़ों की साइज, रेट और गुणवत्ता की क्वालिटी, दुकानदारों द्वारा की जा रही घटतौली, ऑफर और विज्ञापन पर निगरानी करता है.
जिसके बाद बाट माप विभाग ने पिछले 2 सालों में कुमाऊं मंडल में 3,012 मामले पंजीकृत करते हुए 64 लाख 41 हजार 500 रुपये का जुर्माना वसूला है. वित्तीय वर्ष 2018-19 में विभाग ने 2,025 मामले दर्ज कर 40 लाख 55 हजार का जुर्माना वसूला, जबकि 16 मामले न्यायालय भेजे. इसी तरह अप्रैल 2019 से सितंबर 2019 तक 987 मामले दर्ज कर 23 लाख 86,500 का जुर्माना वसूला है जबकि 5 मामले न्यायालय में चल रहे हैं.
यह भी पढ़ेंः ऋषिकेश लूटकांडः 5 माह बाद भी पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग, पीड़ित के परिवार पर भुखमरी की नौबत
दूसरी ओर वरिष्ठ निरीक्षक बाट माप विभाग खुशहाल सिंह रावत का कहना है कि उपभोक्ताओं के संरक्षण के लिए बाट माप विभाग समय-समय पर कंपनियों और दुकानदारों की निगरानी करता है.कोई कंपनी या दुकानदार ग्राहकों को भ्रमित करने और उसके साथ घटतौली करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ विभाग करवाई करता है. उन्होंने बताया कि सभी कंपनियों को और दुकानदारों को नोटिस दिया जा चुका है कि अगर ग्राहकों के साथ कोई भी ठगी की जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.