रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में दैनिक श्रमिकों को आउटसोर्स में डालने की कवायद चल रही है. जिसके चलते दैनिक श्रमिकों में रोष है. उसी को लेकर दैनिक श्रमिकों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार का घेराव कर आंदोलन की चेतावनी दी.
बता दें कि, वन विभाग में पिछले कई सालों से दैनिक श्रमिक कार्यरत हैं. दैनिक श्रमिकों को कुछ दिन पूर्व पता चला कि उनको आउटसोर्स के माध्यम से रखा जा रहा है. उसी को लेकर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में सालों से तैनात दैनिक श्रमिकों ने सीटीआर निदेशक का घेराव किया. दैनिक श्रमिकों ने आरोप लगाया कि वे लोग सालों से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कार्यरत हैं और अब उन्हें आउटसोर्स के माध्यम से डालने की कवायद चल रही है. जिसको लेकर सभी श्रमिक इसका विरोध करते हैं और अगर ऐसा हुआ तो वे आगे आंदोलन भी करने को बाध्य होंगे.
सीटीआर निदेशक राहुल कुमार ने कहा कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बड़ी संख्या में ऑपरेशन लॉर्ड, कोर्ट के श्रमिक, उसके अलावा अतिरिक्त श्रमिक कार्यरत हैं. जो अलग-अलग योजनाओं में जिनके लिए दैनिक वेतन का भुगतान किया जाता है. उसके अलावा भी कई बार समय-समय पर फॉरेस्ट फायर के लिये या अलग-अलग एक्टिविटीज के लिए दैनिक श्रमिकों की आवश्यकता होती है. जो भी राज्य सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी हुए हैं उसमें यह स्पष्ट है कि जो भी दैनिक श्रमिक रखे जाएं उनको आउटसोर्स के माध्यम से रखे जाएं तो उन्हीं के अनुसार ही कार्रवाई की जा रही है.