नैनीताल: उत्तराखंड में 23 जनवरी को नगर पालिका और नगर निगम चुनाव होने हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक दल और निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरकर चुनाव जीतने का दमखम दिखा रहे हैं. चुनावी प्रचार के दौरान उम्मीदवार एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं. लेकिन जनता आरोप प्रत्यारोपों के बीच उस उम्मीदवार पर भरोसा करना चाहती हैं जो उनके इलाकों की समस्याओं का निदान करें.
बिजली, पानी और जंगली जानवरों का आतंक मुख्य समस्याएं: नैनीताल के कृष्णापुर वार्ड के स्थानीय लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि ऐसा हो जो जनता की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने की नीयत रखता हो. इस इलाके में बिजली पानी और जंगली जानवरों का आतंक मुख्य सम्याएं हैं
जनता को रिझाने में लगे उम्मीदवार: पूर्व में पालिका अध्यक्ष और सभासद रहे उम्मीदवार जो इस वर्ष चुनावी मैदान में है. वह बीते 5 साल में किए गए कार्यों कुछ जनता के सामने रख रहे हैं, तो वहीं नए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार बीते 5 साल में कोई भी विकास कार्य न होने की बात कहते हुए अपने पक्ष में मतदान करने की मांग कर रहे हैं.
सड़कों में गड्ढे है एक अहम मुद्दा: नैनीताल में ईटीवी भारत ने शहर के कृष्णापुर वार्ड में जाकर जनता का मन टटोला तो स्थानीय जनता ने बीते 5 साल में कुछ काम होने और कुछ काम न होने की बात कही. स्थानीय लोगों ने कहा आने वाले चुनाव में उनका नेता ऐसा होना चाहिए जो शहर और उनके क्षेत्र की समस्याओं का निस्तारण करें. स्थानीय लोगों ने अपने वार्ड में सड़कों की स्थिति दुरुस्त करने, स्ट्रीट लाइट लगाने, पेयजल व्यवस्था, कई समय से खुले में बह रहे सीवर लाइनों को ठीक करने समेत मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने की मांग की.
इलाके में मुख्य समस्या गुलदार का आतंक: स्थानीय लोगों का कहना है क्षेत्र में जंगली जानवरों विशेष कर गुलदार का आतंक है, लिहाजा उनका जन प्रतिनिधि ऐसा हो जो वन विभाग से लेकर शासन प्रशासन तक उनकी इस गंभीर समस्या की तरफ ध्यान आकर्षित करें. ताकि आने वाले समय में किसी प्रकार की जनहानि ना हो और लोगों को दिक्कत ना हो.
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