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झोलाछाप डॉक्टर ने गर्भवती का किया ऑपरेशन, केस बिगड़ा तो खड़े किए हाथ, जच्चा-बच्चा की मौत - हल्द्वानी झोलाछाप डॉक्टर

Pregnant woman dies after operation हल्द्वानी में झोलाछाप डॉक्टर के ऑपरेशन के बाद गर्भवती महिला की मौत हो गई. परिजन मामले की जानकारी देने से बच रहे हैं. सिटी मजिस्ट्रेट ने पुलिस को जांच का जिम्मा सौंपा है.

HALDWANI
हल्द्वानी
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 11, 2024, 9:48 PM IST

हल्द्वानी: शहर के वनभूलपुरा थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां गर्भवती महिला के डिलीवरी के लिए परिवार वालों ने एक झोलाछाप महिला डॉक्टर से मिलकर महिला का ऑपरेशन कर दिया. हालत बिगड़ी तो झोलाछाप डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए. आनन-फानन में परिवार वाले गर्भवती को लेकर सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचे, जहां गर्भवती की इलाज के दौरान मौत हो गई है. पूरे मामले में परिवार वाले कुछ भी कहने से बच रहे हैं.

सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि सुशीला तिवारी अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस को सूचना दी गई कि 38 वर्षीय एक गर्भवती महिला को परिवार वाले अस्पताल लेकर लाए हैं. गर्भवती महिला का डिलीवरी के लिए पेट का ऑपरेशन (सिजेरियन डिलीवरी) किया गया है. उसकी आंते और बच्चेदानी बाहर निकली हुई है. नवजात की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी. अस्पताल द्वारा महिला का इलाज किया गया लेकिन इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.
ये भी पढ़ेंः एटीएम ठग गैंग का पर्दाफाश, लूट योजना बनाते चार लोगों को पुलिस ने पकड़ा

ऋचा सिंह ने बताया कि पूरे मामले में पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है. परिजनों से पूछताछ की गई है. लेकिन परिजन कुछ भी कहने से बच रहे हैं. पूरे मामले में परिजन किसी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं करा रहे हैं. पोस्टमॉर्टम के आधार पर पूरे मामले की जांच का जिम्मा पुलिस को सौंपा गया है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. झोलाछाप महिला डॉक्टर से भी पूछताछ की जा रही है. मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है.

हल्द्वानी: शहर के वनभूलपुरा थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां गर्भवती महिला के डिलीवरी के लिए परिवार वालों ने एक झोलाछाप महिला डॉक्टर से मिलकर महिला का ऑपरेशन कर दिया. हालत बिगड़ी तो झोलाछाप डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए. आनन-फानन में परिवार वाले गर्भवती को लेकर सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचे, जहां गर्भवती की इलाज के दौरान मौत हो गई है. पूरे मामले में परिवार वाले कुछ भी कहने से बच रहे हैं.

सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि सुशीला तिवारी अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस को सूचना दी गई कि 38 वर्षीय एक गर्भवती महिला को परिवार वाले अस्पताल लेकर लाए हैं. गर्भवती महिला का डिलीवरी के लिए पेट का ऑपरेशन (सिजेरियन डिलीवरी) किया गया है. उसकी आंते और बच्चेदानी बाहर निकली हुई है. नवजात की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी. अस्पताल द्वारा महिला का इलाज किया गया लेकिन इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.
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ऋचा सिंह ने बताया कि पूरे मामले में पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है. परिजनों से पूछताछ की गई है. लेकिन परिजन कुछ भी कहने से बच रहे हैं. पूरे मामले में परिजन किसी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं करा रहे हैं. पोस्टमॉर्टम के आधार पर पूरे मामले की जांच का जिम्मा पुलिस को सौंपा गया है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. झोलाछाप महिला डॉक्टर से भी पूछताछ की जा रही है. मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है.

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