हल्द्वानी: नगर निगम सभागार में आज खाद्य सतर्कता समिति की बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष भूपेंद्र रावत और नगर निगम के मेयर जोगिंदर पाल सिंह रौतेला के साथ नगर निगम के पार्षदों और खाद्य सतर्कता समिति के सदस्यों ने भाग लिया. इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने सतर्कता समिति की बैठक में नहीं बुलाने पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया.
पार्षदों ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के लोगों को समिति के सदस्य बनाया गया है, जबकि कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों के साथ भेदभाव कर समिति में नहीं रखा गया है. न ही उन्हें बैठक में बुलाया गया है. सभी ने नारेबाजी करते हुए तत्काल सभी समितियों को भंग करने की मांग की. वहीं, मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला ने कहा कि खाद्य सतर्कता समिति के सदस्यों का चयन सरकार द्वारा किया जाता है. अगर ऐसा कुछ होगा तो उसमें बदलाव किया जाएगा.
पढ़ें- हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे जीना, तेजतर्रार विधायकों में किए जाते थे शुमार
वहीं, आयोग के अध्यक्ष भूपेंद्र रावत ने खाद्य सतर्कता समिति का बैठक लेते हुए कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को राशन कार्ड धारकों तक पहुंचाने में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी. इसके अलावा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत बनने वाले अपात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड निरस्त करने के भी बैठक में निर्देश दिये गये.