रामनगर: विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन इन दिनों लगातार घटती हॉग डियर की संख्या को लेकर चिंतित है. वहीं, हॉग डियर की संख्या को बढ़ाने को लेकर इनके अनुकूल स्थितियां तैयार करने की कोशिश की जा रही है. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को देश-विदेश में बाघों के घनत्व के लिए जाना जाता है. बाघों के साथ ही यहां हाथी, गुलदार और अन्य कई जानवरों की प्रजातियां पाई जाती है. इन सभी प्रजातियों की लगातार कॉर्बेट पार्क में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के दलदली क्षेत्र में पाए जाने वाले हॉग डियर की लगातार संख्या घट रही है.
बता दें कि हॉग डियर अक्सर नदी के पास या दलदली क्षेत्र में पाए जाते हैं. उनकी घटती संख्या को लेकर कॉर्बेट प्रशासन भी चिंतित है. कॉर्बेट पार्क में 1977 में हॉग डियर की संख्या 1125 थी. वहीं, 2000 में इनकी संख्या घटकर 294 रह गई और 2008 में 233 हो गई. पिछले साल हुई गणना में केवल 100 हॉग डियर ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पाए गए.
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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने कहा कॉर्बेट पार्क में हॉग डियर की संख्या में कमी हुई है. पार्क के अंदर जो दलदली क्षेत्र हैं. वहां पर इनकी उपस्थिति होती है. एक कारण यह भी है कि ऐसे एरिया की लगातार कमी होने के कारण से उनकी प्रजेंस कम हुई है. पिछली गणना में भी उनकी संख्या में कमी आई है. जिस पर विचार करते हुए एक प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. इसमें कुछ हैबिटेट इंटरवेंशन, इनके वास स्थल या जो भी इनकी संख्या को बढ़ाने के लिए आवश्यकता होगी, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.