रामनगर: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जलीय जीवों की गणना दोबारा से करवाने जा रहा है. आपको बता दें कि, पिछली गणना की तुलना में इस गणना में घड़ियाल और उतबिलाऊ की संख्या में कमी आई है. जिसको देखते हुए कॉर्बेट प्रशासन पुनः नवंबर में जलीय जीवों की दुबारा से गणना करवा रहा है.
आपको बता दें कि, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 2008 के बाद जलीय जीवों की गणना 2020 में की गई थी. जिनका गणना का नतीजा फरवरी में 2020 में आया था. जिसमें जलीय जीवों की संख्या में 2008 के मुकाबले काफी कमी आई है. कॉर्बेट प्रशासन का कहना है कि, यह कमी बरसात की वजह से गंदे पानी को माना जा रहा है. क्योंकि गंदे पानी में जलीय जीव दिखाई नहीं दिए.
बता दें कि, 2008 में कॉर्बेट पार्क में मगरमच्छ-50 थे. लेकिन 2020 में मगरमच्छों की संखया में बढ़ोत्तरी होकर 98 हो गए हैं. वहीं, घड़ियाल की बात करें तो 2008 में 109 थे, जो 2020 की गणना में घटकर कुल 62 रह गए हैं. उतबिलाऊ 2008 में 74 आंके गए थे, जो 2020 की गणना में केवल 22 उतबिलाऊ की गणना में आंकी गई है. घड़ियाल और उतबिलाऊ की इतनी कमी आंके जाने पर कोर्बेट प्रशासन ने पुनः नवंबर में इनकी गणना करने का मन बना लिया है.
पढ़ें: हरिद्वार: 27 अक्टूबर से बीजेपी का मंडल प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा शुरू
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल ने बताया कि कॉर्बेट में अभी फरवरी माह में जलीय जीवों की गणना की गई थी, क्योंकि जब जलीय जीवों की गणना की जा रही थी उस समय काफी बारिश भी हुई थी. उस गणना के स्वरूप मगरमच्छ की संख्या में तो इजाफा हुआ पर जो उतबिलाऊ और घड़ियाल हैं उनकी संख्या में काफी कमी आई है. राहुल ने कहा कि, संभवत है बारिश के मौसम के कारण यह रहा होगा. लेकिन इस बार पुनः नवंबर के माह में इनकी गणना का कार्य किया जाएगा. यह सब चीजें देखी जाएंगी कि क्या वाकई में संख्या में कमी आई है या मौसम के कारण यह कम देखे गए. अगर संख्या में कमी पाई जाती है तो उसमें जो भी कार्रवाई करने की आवश्यकता होगी वह की जाएगी.