रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि धारीदार लकड़बग्घे की उपस्थिति को कॉर्बेट पार्क में रिकॉर्ड किया गया है. जिससे तेजी से कम होते लकड़बग्घों को लेकर एक उम्मीद जगी है और कॉर्बेट प्रशासन जिन पर नजर बनाए हुए है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एक समय में काफी संख्या में धारीदार लकड़बग्घे देखे जाते थे. लेकिन अब लकड़बग्घे की संख्या कॉर्बेट पार्क के जंगलों में नाम मात्र ही रह गई है. जिनकी प्रजाति आज विलुप्ति के कगार पर है.
बता दें कि लकड़बग्घे पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में अहम भूमिका अदा करते हैं. इसलिए इसे पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण घटक माना जाता है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एक समय में काफी संख्या में धारीदार लकड़बग्घे देखे जाते थे. लेकिन अब लकड़बग्घे की संख्या कॉर्बेट पार्क के जंगलों में नाम मात्र ही रह गई है.
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जिनकी प्रजाति आज विलुप्ति के कगार पर है.वहीं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि धारीदार लकड़बग्घे की उपस्थिति को कॉर्बेट पार्क में रिकॉर्ड किया गया है. राहुल कुमार ने कहा कि इससे पहले भी कैमरा ट्रैप के द्वारा कालागढ़ के एरिया में धारीदार लकड़बग्घे की उपस्थिति दर्ज की गई है.
उन्होंने कहा कि इसकी उपस्थित कॉर्बेट पार्क में कम है, परंतु जहां पर भी है कॉर्बेट के एरिया में हम इनकी लगातार मॉनिटरिंग करते हैं. जो भी लकड़बग्घे के निवास की जरूरतें हैं, उन्हें विकसित किया जा रहा है. राहुल कुमार ने कहा कि उसके साथ साथ जो प्रोटेक्शन के प्रोटोकॉल है इसके लिए पूरी तरह मेंटेन किया जाता है.