रामनगर: राजाजी में एक बड़ा क्षेत्र बाघों के लिहाज से अनुकूल माना जाता है. यहां पर महज दो बाघिन होने के चलते दूसरे कुछ बाघों को यहां लाकर राजाजी में बाघों की संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया गतिमान है. इसको लेकर कॉर्बेट पार्क से पहली बार टाइगर रीलोकेशन का कार्यक्रम चलाया गया था. इसके तहत बीते माह कॉर्बेट नेशनल पार्क से एक बाघ और एक बाघिन को राजाजी पार्क में शिफ्ट करने का कार्य किया गया था.
बता दें, पांच बाघों को राजाजी नेशनल पार्क में शिफ्ट किया जाना है. शुरुआत में दो बाघों की परमिशन दी गई है. बीते दिनों पहली बार एक बाघ और बाघिन को कॉर्बेट से राजाजी नेशनल पार्क शिफ्ट किया गया था. अभी तीन बाघिन और दो बाघों को राजाजी में शिफ्ट किया जाना है. इसमें से अभी तक एक बाघिन और एक बाघ को राजाजी में शिफ्ट किया जा चुका है.
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इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट लैंडस्केप से राजाजी में पांच बाघों को भेजे जाने का कार्य गतिमान है. इसमें एक बाघ और एक बाघिन को अभी तक भेजा जा चुका है. साथ ही उनका बिहेवियर अभी स्टडी किया जा रहा है. जो तीसरी मादा बाघ कॉर्बेट पार्क से जानी है, उसको आइडेंटिफिकेशन का कार्य भी शुरू हो चुका है, जो प्रोटोकॉल निर्धारित है. उसके हिसाब से कॉर्बेट लैंडस्केप से भेजा जाना है.