रामनगर: प्रदेश में बीते तीन दिनों की बारिश ने हालात बिगाड़ दिये हैं. आपदाग्रस्त क्षेत्रों में लगातार राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत भी इन मुश्किल हालातों में मदद में जुटे हुए हैं. जहां से भी मदद के लिए कोई सूचना मिल रही है रणजीत सिंह रावत राफ्ट के जरिये तुरंत वहां पहुंच रहे हैं. रणजीत सिंह रावत राफ्ट के जरिये चुकुम गांव पहुंचे. जहां ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.
रणजीत रावत को चुकुम के ग्रामीणों के जंगल में रहने की सूचना मिली तो आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री लेकर वो ग्रामीणों के बीच पहुंच गए. साथ ही ग्रामीणों द्वारा जब अन्य सामान के लिए प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष से डिमांड की तो उसे भी उन्होंने राफ्ट के जरिए तुरंत गांव तक पहुंचाया.
पढ़ें- उत्तराखंड को देना चाहता हूं समय, पंजाब के दायित्व से चाहिए मुक्तिः हरीश रावत
कोसी नदी पार जंगल के समीप बसे इस गांव में बाढ़ से काफी नुकसान हुआ है. करीब 15 से 20 घर आपदा की भेंट चढ़ चुके हैं. बाढ़ के पानी से बचने के लिए गांव के लोगों ने जंगल में शरण ली है. मुसीबत के समय इस आपदा ग्रस्त गांव में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की एक टीम रणजीत रावत के नेतृत्व में मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रही है.
पढ़ें- बागियों की घर वापसी पर बोले हरीश रावत, 'कार्यकर्ता करेंगे जिसका स्वागत, उसकी होगी एंट्री'
ईटीवी भारत से बातचीत में रणजीत सिंह रावत ने बताया कि वह लगातार ऐसे क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए तत्पर हैं. उन्होंने कहा कि कल भी हमारी टीम 12 से 13 किलोमीटर दूर जंगल का दूरस्थ रास्ता पार कर गांव तक पहुंचकर लोगों के बीच खाद्य सामग्री वितरित करने पहुंचे थी. उसके साथ ही आज गांव के लोगों द्वारा जब उनसे खाद्य सामग्री के साथ ही तिरपाल एवं अन्य जरूरी राहत सामग्री की मांग की गई तो तुरंत ही रणजीत सिंह रावत राफ्ट के जरिए गांव में पहुंचे. रणजीत रावत ने कहा कि इस समय राजनीति से दूर रहते हुए जिससे जो बन पाए हमें आपदा पीड़ितों की मदद करनी चाहिए.