हल्द्वानीः पूर्व सीएम हरीश रावत पर सीबीआई के शिकंजे के बाद कांग्रेस हरदा के बचाव में आ गई है. कांग्रेस अब स्टिंग मामले में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रही है. कांग्रेसियों का कहना है कि हरदा के स्टिंग ऑपरेशन में ऐसा कुछ नहीं हुआ है, जो अपराध की श्रेणी में आता है. साथ ही कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से हरीश रावत के साथ खड़ी है. अब लड़ाई हरदा की नहीं है, बल्कि कांग्रेस के अस्तित्व की लड़ाई है.
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और पंचायती जनाधिकार मंच के संस्थापक जोत सिंह बिष्ट ने कहा है कि पूर्व सीएम हरीश रावत ने स्टिंग ऑपरेशन में ऐसा कुछ भी नहीं बोला है, जो अपराध की श्रेणी में आता है. लिहाजा बीते कई सालों से मोदी सरकार सीबीआई के जरिए हरीश रावत को बेवजह परेशान करने का काम कर रही है.
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सीबीआई ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इससे साफ हो गया है कि इस टीम में दो अन्य लोग भी शामिल हैं, जो अपराध की श्रेणी में आ रहे हैं. लेकिन, उनका नाम बीते 3 सालों में कभी भी सार्वजनिक नहीं किया गया है. इससे जाहिर होता है कि सीबीआई सरकार के दबाव में काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि षड्यंत्र करने वाले लोगों में एक मंत्री भी शामिल हैं, लेकिन वो मंत्री अभी भी सरकार में बने हुए हैं. ऐसे में सरकार उन्हें मंत्री पद से क्यों नहीं हटा रही है. जबकि, 18 मार्च 2016 को हरीश रावत सरकार को गिराने में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पूरा षड्यंत्र रचा था, लेकिन सीबीआई ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
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जोत सिंह ने कहा कि स्टिंग मामले में केवल हरीश रावत मुकदमा झेल रहे हैं. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के परिवार के लोगों का भी स्टिंग ऑपरेशन सामने आया था. जिस पर सीबीआई ने कुछ भी नहीं किया.
वहीं, उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर आरक्षण को लेकर सरकार ने गड़बड़ी की है. जिस पर आपत्ति की गई, लेकिन उन्हें सुनवाई में नहीं बुलाया गया. हालांकि, इस मामले में सभी जिला पंचायत सदस्य हाईकोर्ट गए हैं. जिस पर 31 अक्टूबर को सुनवाई होगी.