हल्द्वानी: उत्तराखंड की आयरन लेडी कही जाने वाली स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश की आज पहली जयंती है. इस मौके पर हल्द्वानी स्थिति कांग्रेस स्वराज आश्रम में पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. कांग्रेसियों ने कहा जिस तरह से इंदिरा हृदयेश ने उत्तराखंड के विकास के लिए अपना योगदान दिया है, उसको कभी भी नहीं बुलाया जा सकता.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल ने कहा इंदिरा हृदयेश योगदान को आज कांग्रेसी याद कर रहे हैं. इंदिरा हृदयेश जैसी सशक्त नेता आज उत्तराखंड के लिए नहीं मिल पाएगा, क्योंकि उत्तराखंड के लिए उनका बड़ा योगदान रहा है. इंदिरा में विकास करने की क्षमता थी. ऐसे में इंदिरा हृदयेश की पहली जयंती पर कांग्रेसी उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करके याद कर रहे हैं.
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इंदिरा हृदयेश की खासियत: उत्तराखंड की कद्दावर नेताओं में स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश का नाम शामिल है. उनको आयरन लेडी के नाम से जाना जाता था, इंदिरा हृदयेश का जन्म 24 मार्च 1941 को अयोध्या हुआ था. उनके पिता का नाम टीकाराम पाठक था. वर्ष 1974 से इंदिरा हृदयेश राजनीति के क्षेत्र में प्रथम बार गढ़वाल कुमाऊं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधानसभा परिषद की सदस्य निर्वाचित हुई. वह 1986, 1992 और 1998 में पुनः उत्तर प्रदेश विधानसभा परिषद की सदस्य निर्वाचित हुईं.
इंदिरा का राजनीतिक सफर: साल 2000 में नवगठित उत्तरांचल राज्य की अंतरिम विधानसभा में विपक्ष की नेता का भूमिका निभाया. जबकि साल 2002, 2012 और 2017 में उत्तराखंड विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुई. वर्ष 2012 से 2017 तक उत्तराखंड सरकार में रहते हुए कई विकास के कार्य किए. 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद वह नेता प्रतिपक्ष की अहम भूमिका निभाते हुए उत्तराखंड राज्य के विकास अहम भूमिका निभाया. वहीं, 13 जून 2021 को उनका दिल्ली में निधन हो गया.