हल्द्वानी: चुनावी राज्य उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों की पहली सूची शनिवार रात को जारी कर दी. पार्टी ने कुल 53 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं. कांग्रेस की दिग्गज नेता रहीं इंदिरा हृदयेश (Indira Hridayesh) के कारण कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी की सीट हमेशा से ही उत्तराखंड की राजनीतिक सुर्खियों में रही है. ऐसे में कांग्रेस ने उनके उत्तराधिकारी सुमित हृदयेश को टिकट दिया है.
टिकट मिलने के बाद पार्टी का आभार जताते हुए सुमित हृदयेश ने कहा कि मां के विचारों और उनकी कार्यशैली पर अधूरे कामों का पूरा करेंगे. इस दौरान सुमित हृदयेश ने कहा कि प्रदेश में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है. ऐसे में वह हल्द्वानी के विकास के प्रतिबद्ध हैं.
हल्द्वानी सीट का इतिहास: कुल एक लाख 50 हजार 634 मतदाताओं वाली हल्द्वानी सीट एक तरह से कांग्रेस का गढ़ रही है. इंदिरा हृदयेश 2002, 2012 और 2017 में यहां से कांग्रेस की विधायक रही हैं. हालांकि 2007 का चुनाव इंदिरा हृदयेश, बीजेपी नेता बंशीधर भगत से हार गई थीं. ऐसे में चार में तीन चुनाव जीतकर हल्द्वानी को एक तरह से इंदिरा ने अपना मजबूत किला बना लिया था. अब बेटे सुमित के सामने मां इंदिरा हृदयेश के इस राजनीतिक गढ़ को बचाना एक चुनौती होगी.
सुमित हृदयेश का राजनीतिक सफर: सुमित वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं. साथ ही चुनावों के लिए बनी पब्लिसिटी कमेटी के अध्यक्ष और कार्यक्रम क्रियान्वयन कमेटी के सदस्य हैं. इससे पहले सुमित साल 2012 से 2018 तक हल्द्वानी मंडी समिति के अध्यक्ष रहे. सुमित की स्कूली शिक्षा नैनीताल के सेंट जोसेफ स्कूल और दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम से हुई है. सुमित अमेरिका की मिशिगन यूनिवर्सिटी से साइंस ग्रेजुएट हैं.
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रानीपुर सीट से राजवीर चौहान पर दांव: हरिद्वार की रानीपुर सीट पर कांग्रेस ने राजवीर चौहान पर भरोसा जताया है. यहां उनकी टक्कर दो बार के सीटिंग विधायक आदेश चौहान के साथ है. राजवीर चौहान का दावा है कि बीजेपी की नीतियां ही उनको हराने के काम करेगी.
उन्होंने बताया कि वे नेता नहीं एक सेवक है और लोगों की भाजपा से नाराजगी ही बीजेपी को हराने के काम करेगी. राजबीर चौहान का टिकट फाइनल होने के बाद उनके आवास पर उन्हें बधाई देने वालो का तांता लग गया और समर्थकों ने ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया.