हल्द्वानी: तराई पूर्वी वन प्रभाग के डॉली रेंज परिसर में इन दोनों एक हाथी का बच्चा जिंदगी के लिए मौत से जंग लड़ रहा है. हाथी की बच्चे की हालत काफी नाजुक बनी हुई है. डॉक्टरों की टीम हाथी के बच्चे की निगरानी कर रही है. लेकिन डॉक्टरों की टीम को सफलता नहीं मिल पा रही है. हाथी का बच्चा पिछले कई दिनों से तड़प रहा है.
प्रभागीय वनाधिकारी हल्द्वानी संदीप कुमार ने बताया कि 14 दिसंबर को करीब 10 महीने का हाथी का लालकुआं बरेली रेलवे ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन से टकरा गया था. इंजन की टक्कर से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. इस हादसे में हाथी के बच्चे के मां की मौके पर ही ट्रेन के इंजन से टकराकर मौत हो गई थी. डीएफओ संदीप कुमार का कहना है कि ट्रेन की चपेट में आने से हाथी का बच्चा गंभीर रूप से घायल हुआ था. उससे शरीर के पिछले हिस्से को काफी चोट पहुंची है.
पशु चिकित्सकों की टीम हाथी के बच्चे के इलाज में लगी हुई है. इलाज के बावजूद उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. हाथी का बच्चा डॉक्टर की निगरानी में है. गंभीर अवस्था होने के चलते उसको वन विभाग के अन्य रेस्क्यू सेंटर में नहीं भेजा जा सकता है. डॉक्टरों की टीम हर संभव हाथी के बच्चे को बचाने के प्रयास में जुटी हुई है.
गौरतलब है कि 14 दिसंबर 2023 को लालकुआं-बरेली रेलवे ट्रैक पर श्मशान घाट के पास हाथियों का झुंड रेलगाड़ी के इंजन की चपेट में आ गया. इस हादसे में एक मादा हाथी की मौके पर ही मौत हुई थी. हाथी का करीब 10 माह का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था.
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