नैनीताल: इन्टारार्क कंपनी से निकाले गए सैकड़ों कर्मचारियों (Hundreds of employees fired from Interark company) के बच्चे बुधवार को पंतनगर से नैनीताल पहुंचे. जहां बच्चों ने तल्लीताल गांधी चौक पर एकत्र होकर बाल सत्याग्रह (Childrens Satyagraha in Mallital) किया. जिसके बाद बच्चे रैली निकालकर कुमाऊं कमिश्नर कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यालय का घेराव (Children surrounded Kumaon commissioners office) किया. साथ ही कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी. जिसके बाद बच्चों ने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को ज्ञापन देकर उनके परिजनों को फिर से काम पर रखने की मांग की.
पंतनगर से नैनीताल पहुंचे करीब 150 बच्चों का कहना है की इन्टारार्क कंपनी ने उनके परिजनों को बिना किसी कारण के नौकरी से निकाल दिया है. जब इस मामले में हाई कोर्ट में गुहार लगाई गई तो प्रबंधन ने कंपनी में ताला बंदी करी दी. कंपनी के फैसले से सैकड़ों परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. परिजनों के पास बच्चों की स्कूल फीस तक के पैसे नहीं हैं. जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है. लिहाजा, कंपनी में की गई तालाबंदी को खोल कर सभी कर्मचारियों को फिर से काम पर रखा जाये.
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इस दौरान कर्मचारी संगठन के महामंत्री सौरव कुमार ने कहा प्रबंधन ने बिना कारण बताये 500 लोगों को नौकरी से हटा दिया है. उनके मांगपत्र पर भी प्रबंधन ने कोई विचार नहीं किया गया. हाई कोर्ट के निर्देश पर श्रम विभाग ने भी कंपनी में की गई तालाबंदी को गलत बताया. जिसके बाद कंपनी खोलने के आदेश दिए गये. इसके बावजूद भी प्रबंधन ने कंपनी को बंद कर मशीनों को अन्यत्र शिफ्ट कर दिया.