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हद है! धूप में घंटों स्कूल के गेट के बाहर खड़े बच्चे, टीचरों का अता-पता नहीं

उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में बदहाल हो चुकी शिक्षा व्यवस्था की एक बानगी नैनीताल जिले में देखने को मिली. यहां पर छात्र तो समय से स्कूल पहुंच जाते हैं, लेकिन मास्टर जी का कोई अता पता नहीं होता. बच्चे घंटों स्कूल के गेट पर मास्टर और स्टाफ का इंतजार करते रहे, ताकि वो आएं और स्कूल खुले. आखिरकार, बच्चों के अभिभावकों ने इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर साझा किया.

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Published : Jul 19, 2022, 6:03 PM IST

Updated : Jul 19, 2022, 6:21 PM IST

हल्द्वानी: पहाड़ की बदहाल शिक्षा व्यवस्था किसी से छिपी नहीं है. नैनीताल जनपद के ओखलकांडा ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा, डालकन्या से भी ऐसी ही घटना सामने आई है. इस स्कूल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि छोटे-छोटे बच्चे स्कूल के गेट खोलने के इंतजार में घंटों स्कूल के बाहर बैठे हुए हैं और टीचर 8 बजे तक भी स्कूल नहीं पहुंचे हैं.

ऐसे व्यवहार के परेशान अभिभावकों ने ही शिक्षकों की लापरवाही का ये वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शिक्षकों के इंतजार में बच्चे सुबह सात बजे से खड़े रहते हैं, लेकिन टीचर समय से स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं. सुबह सात बजे स्कूल खुलने का टाइम होने के बावजूद साढ़े आठ बजे तक तीनों शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे और बच्चे कतार में खड़े होकर स्कूल के गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

धूप में घंटों स्कूल के गेट के बाहर खड़े बच्चे.
पढ़ें- पानी की तेज रफ्तार के बीच कंधे पर स्कूली बैग...जान पर खेलकर ऐसे स्कूल पहुंचते हैं स्टूडेंट्स

जानकारी के अनुसार, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा में दो शिक्षक एवं एक शिक्षिका तैनात हैं. स्कूल में 40 बच्चे पढ़ते हैं. वीडियो में दिख रहा है कि सभी बच्चे स्कूल के गेट पर ही बस्ता रखकर शिक्षकों का इंतजार कर रहे हैं. ग्रामीणों का भी कहना है कि स्कूल में शिक्षकों के देरी से पहुंचने का यह सिलसिला पुराना है.

अभिभावकों का आरोप है कि अकसर शिक्षक स्कूल में देरी से ही पहुंचते हैं, जिस कारण बच्चों को एक घंटे से ज्यादा समय तक विद्यालय के बाहर ही इंतजार करना पड़ता है. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. बच्चों के परिजनों ने तीनों लापरवाह शिक्षकों के तबादले की मांग की है. उधर, वीडियो सामने आते ही खंड शिक्षा अधिकारी ओखलकांडा सुलोहित नेगी ने तीनों शिक्षकों का वेतन रोक दिया है. इसके अलावा कार्रवाई के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को भी पत्र लिखा गया है.

हल्द्वानी: पहाड़ की बदहाल शिक्षा व्यवस्था किसी से छिपी नहीं है. नैनीताल जनपद के ओखलकांडा ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा, डालकन्या से भी ऐसी ही घटना सामने आई है. इस स्कूल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि छोटे-छोटे बच्चे स्कूल के गेट खोलने के इंतजार में घंटों स्कूल के बाहर बैठे हुए हैं और टीचर 8 बजे तक भी स्कूल नहीं पहुंचे हैं.

ऐसे व्यवहार के परेशान अभिभावकों ने ही शिक्षकों की लापरवाही का ये वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शिक्षकों के इंतजार में बच्चे सुबह सात बजे से खड़े रहते हैं, लेकिन टीचर समय से स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं. सुबह सात बजे स्कूल खुलने का टाइम होने के बावजूद साढ़े आठ बजे तक तीनों शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे और बच्चे कतार में खड़े होकर स्कूल के गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

धूप में घंटों स्कूल के गेट के बाहर खड़े बच्चे.
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जानकारी के अनुसार, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा में दो शिक्षक एवं एक शिक्षिका तैनात हैं. स्कूल में 40 बच्चे पढ़ते हैं. वीडियो में दिख रहा है कि सभी बच्चे स्कूल के गेट पर ही बस्ता रखकर शिक्षकों का इंतजार कर रहे हैं. ग्रामीणों का भी कहना है कि स्कूल में शिक्षकों के देरी से पहुंचने का यह सिलसिला पुराना है.

अभिभावकों का आरोप है कि अकसर शिक्षक स्कूल में देरी से ही पहुंचते हैं, जिस कारण बच्चों को एक घंटे से ज्यादा समय तक विद्यालय के बाहर ही इंतजार करना पड़ता है. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. बच्चों के परिजनों ने तीनों लापरवाह शिक्षकों के तबादले की मांग की है. उधर, वीडियो सामने आते ही खंड शिक्षा अधिकारी ओखलकांडा सुलोहित नेगी ने तीनों शिक्षकों का वेतन रोक दिया है. इसके अलावा कार्रवाई के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को भी पत्र लिखा गया है.

Last Updated : Jul 19, 2022, 6:21 PM IST
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