नैनीतालः उत्तराखंड हाईकोर्ट के 11वें मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान गुरुवार को सेवानिवृत हुए. उनके सेवानिवृत होने पर मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट में रजिस्ट्रार जनरल धनंजय चतुर्वेदी द्वारा फुल कोर्ट रिफ्रेंस किया. इस मौके पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय मिश्रा, महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर व हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवतार सिंह रावत द्वारा उनको विदाई दी.
इस दौरान बार एवं बेंच और न्यायमूर्तिगणों द्वारा उनके 344 दिनों के कार्यकाल की प्रंशसा की गई. महाधिवक्ता, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष ने एक स्वर में कहा कि मुख्य न्यायाधीश ने कोविड-19 के समय कुंभ व चारधाम यात्रा को लेकर सरकार का बखूबी मार्ग दर्शन किया.
वहीं, मुख्य न्यायाधीश ने अपने रिफ्रेंस पत्र पढ़कर कहा कि उत्तराखंड के लोग सौम्य स्वभाव के हैं. उनमें अतिथि देवो भवः की भावना है, जो हमें अन्य जगह नहीं मिलती है. मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान ने यह भी कहा कि उन्होंने कुल 38 साल इस पेशे में कार्य किया, जिसमें 22 साल तक वकालत व शेष संवैधानिक पद पर बिताएं हैं.
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मुख्य न्यायाधीश की विदाई समारोह में न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति सरद कुमार शर्मा, न्यायमूर्ति एनएस धनिक, न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे, न्यायमूर्ति रविंद्र मैठाणी व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता, रजिस्ट्री स्टाफ व अन्य लोग मौजूद रहे. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि मेरी नियुक्ति उस समय हुई जब देश में कोविड कार्यकाल चल रहा था. मैंने संवैधानिक पद का सदुपयोग करते हुए अपने कर्तव्यों का बखूबी से निर्वहन किया.