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उत्तराखंडः पहली बार ड्रोन से की जाएगी हाथियों की गणना

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Published : Jun 3, 2020, 7:31 PM IST

प्रदेश में 6 से 8 जून तक हाथियों की गणना की जाएगी. वर्ष 2015 की गणना के अनुसार हाथियों की संख्या पूरे प्रदेश में 1797 थी.

उत्तराखंड में हाथियों की संख्या समाचार , number of elphants in uttarakhand updates
हाथियों की होगी गणना.

हल्द्वानी: 2015 के बाद 2020 में एक बार फिर प्रदेश में हाथियों की गणना की जानी है. गणना 6 जून से 8 जून तक की जाएगी. उत्तराखंड में राजाजी और कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के साथ-साथ प्रदेश के 12 वन प्रभागों में में फैले हाथियों के वास स्थलों से हाथियों की गणना की जाएगी, जिसको लेकर वन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. हाथियों की गणना में पहली बार वन विभाग ड्रोन कैमरे का भी प्रयोग करेगा.

मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वर्ष 2015 के बाद 2020 में हाथियों की गणना फिर से की जा रही है. हाथियों की गणना के लिए वन विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. बिट वाउचर के माध्यम से इन हाथियों की गणना की जानी है. गणना टोटल काउंट पद्धति के अलावा डायरेक्ट साइटिंग के आधार पर भी की जाएगी.

पहली बार ड्रोन से की जाएगी हाथियों की गणना

यह भी पढे़ं-मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की वेबसाइट हुई लॉन्च, ऑनलाइन कर सकेंगे आवेदन

पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वर्ष 2015 की गणना के अनुसार हाथियों की संख्या पूरे प्रदेश में 1797 थी. हाथियों की गणना के बाद रिपोर्ट मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजा जाएगा, जिसके बाद मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के माध्यम से हाथियों की गणना को प्रसारित किया जाएगा.

हल्द्वानी: 2015 के बाद 2020 में एक बार फिर प्रदेश में हाथियों की गणना की जानी है. गणना 6 जून से 8 जून तक की जाएगी. उत्तराखंड में राजाजी और कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के साथ-साथ प्रदेश के 12 वन प्रभागों में में फैले हाथियों के वास स्थलों से हाथियों की गणना की जाएगी, जिसको लेकर वन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. हाथियों की गणना में पहली बार वन विभाग ड्रोन कैमरे का भी प्रयोग करेगा.

मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वर्ष 2015 के बाद 2020 में हाथियों की गणना फिर से की जा रही है. हाथियों की गणना के लिए वन विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. बिट वाउचर के माध्यम से इन हाथियों की गणना की जानी है. गणना टोटल काउंट पद्धति के अलावा डायरेक्ट साइटिंग के आधार पर भी की जाएगी.

पहली बार ड्रोन से की जाएगी हाथियों की गणना

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पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वर्ष 2015 की गणना के अनुसार हाथियों की संख्या पूरे प्रदेश में 1797 थी. हाथियों की गणना के बाद रिपोर्ट मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजा जाएगा, जिसके बाद मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के माध्यम से हाथियों की गणना को प्रसारित किया जाएगा.

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