हल्द्वानी: लालकुआं वन विकास निगम के डिपो संख्या पांच में लकड़ी की नीलामी घोटाले के मामले में चार कर्मचारियों पर गाज गिरी है. क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम ने घोटाले में संलिप्त चार अधिकारियों-कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई करते हुए लालकुआं कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.
साथ ही विभाग ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम महेश चंद्र आर्य ने बताया कि लालकुआं स्थित डिपो संख्या पांच में नीलामी लकड़ी बिक्री में ठेकेदार और कर्मचारियों की मिलीभगत से करीब 9 लाख के घपले का प्रकरण सामने आया है. जांच में प्रथम दृष्टया नीलामी की निर्धारित कीमत से कम रकम का बिल बनाकर सरकारी धन का घोटाला किया गया है.
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उन्होंने कहा कि वन विकास निगम ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. अधिकारियों और कर्मचारियों ने आपसी मिलीभगत कर नीलामी के प्रपत्र में छेड़छाड़ कर इस घोटाले के अंजाम दिया. इसके बाद डिपो अधिकारी के अलावा लेखा शाखा में क्लर्क गिरीश जोशी, डिपो कार्यालय के क्लर्क प्रताप बिष्ट और संविदा कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर अनिकेत के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है.
इसके साथ ही चारों के खिलाफ लालकुआं कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. पूरे मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि लकड़ी बिक्री के मामले में गड़बड़ी बड़े स्तर पर हो सकती है. इसके लिए डिपो का ऑडिट कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.