नैनीताल: अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर सरोवर नगरी नैनीताल पहुंचे हैं. इस दौरान शौर्य ने उत्तराखंड प्रशासनिक अकादमी के सेवा प्रवेश परीक्षण कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान शौर्य ने अधिकारियों को कहा कि विभागों में फाइलों को दबाने की प्रवृत्ति अच्छी नहीं है, जिससे विकास कार्य बाधित होते हैं. साथ ही लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लिहाजा फाइलों को दबाने की प्रवृत्ति पर अधिकारियों को अंकुश लगाना चाहिए.
शौर्य डोभाल ने कहा कि राज्य के युवाओं में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. युवाओं को आगे आकर राज्य व देश की उन्नति और तरक्की के लिए कार्य करना होगा. देश के युवा में बदलाव लाने की ताकत है. मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रमों में युवाओं को बढ़-चढ़ कर भागीदारी करनी होगी.
शौर्य ने कहा कि राज्य सरकार को भी गांवों और शहरों के लिए अलग से नई रणनीति बनाकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने होंगे. जिससे पहाड़ों से पलायन रुक सकें. इस दौरान उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि युवाओं को भी आगे आकर अपनी दिशा तय करनी होगी, तभी राज्य से पलायन पर अंकुश लग सकेगा.
पढ़ें- BJP कोर ग्रुप की बैठक से पहले कार्यकर्ताओं को तोहफा, निकायों में मनोनीत किए गए पार्षद
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते देश की अर्थव्यवस्था काफी चरमरा गई है, लिहाजा अब युवाओं को आगे आना होगा. जिससे उत्तराखंड के गांवों को इकॉनमी सेंटर के रूप में विकसित किया जा सकें. विशेषकर पहाड़ों से बेरोजगारी और गिरती अर्थव्यवस्था जैसी समस्या पर लगाम लग सकेगी.