रामनगर: प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कॉर्बेट के उत्तरी भाग में बर्ड वॉचिंग कैंप आयोजित किया जा रहा है. ये कैंप पर्यटन कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पर आधारित न होकर वन पंचायत पर आधारित होगा.
विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश-विदेश में बाघों के संरक्षण के लिए जाना जाता है. यहां हर साल लाखों की तादाद में देश-विदेश के सैलानी बाघों का दीदार करने के लिए पहुंचते हैं. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन अब पार्क के उत्तरी भाग में पर्यटन गतिविधियां बढ़ाने के लिए एक अलग तरीके का वन पंचायतों पर आधारित पर्यटन शुरू करने जा रहा है.
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प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने बताया कि टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक अलग तरीके का पर्यटन शुरू किया जा रहा है. इसके लिए कॉर्बेट टाइगर के उत्तरी भाग में बर्ड वॉचिंग कैंप आयोजित किया जा रहा है. यह एक अलग तरीके का पर्यटन है, जो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पर आधारित ना हो कर वन पंचायत पर आधारित होगा. जिसमें ये कोशिश की जाएगी कि वन पंचायतों को किस प्रकार सफल बनाया जाए, जिससे पर्यटकों को आकर्षित कर सकें और इस कोशिश से उनको आर्थिक लाभ भी होगा.