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हल्द्वानी में भोजन माताओं का प्रदर्शन, मानदेय बढ़ाने की मांग - हल्द्वानी में सैलरी बढ़ाने की मांग को लेकर भोजन माताओं का प्रदर्शन

हल्द्वानी में वेतन वृद्धि की मांग को लेकर भोजन माताओं ने प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकार से जल्द मानदेय बढ़ाने की मांग की है.

हल्द्वानी में भोजन माताओं का प्रदर्शन
हल्द्वानी में भोजन माताओं का प्रदर्शन
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Published : Aug 10, 2021, 7:23 PM IST

हल्द्वानी: आशा कार्यकर्ताओं के साथ अब भोजन माताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हल्द्वानी में भोजन माताओं ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि बीते 20 साल से काम करने के बाद भी उचित मानदेय नहीं मिल पा रहा है.

भोजन माताओं ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि पिछले 20 साल से 2 हजार रुपए प्रति माह के मानदेय पर भोजन माताएं काम कर रही हैं. लेकिन, सरकार उनकी सुध नहीं ले पा रही है. ऐसे में उन्होंने सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है.

हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में भोजन माताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि पिछले 20 सालों से भोजन माता स्कूलों में काम कर रही हैं. भोजन बनाने के साथ-साथ उनसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और सफाई कर्मचारियों का भी कार्य लिया जा रहा है. यहां तक कि चुनाव ड्यूटी में भी उनको लगाया जाता है.

पढ़ें: First Test में ही भूकंप ALERT एप फेल!, दो घंटे तक रहा 'अनजान'

लेकिन मानदेय के नाम पर सिर्फ 2 हजार रुपए दिए जा रहे हैं. काम से मना करने पर स्कूल से निकालने की धमकी दी जाती है. ऐसे में सरकार जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं करती है तो उग्र आंदोलन खड़ा किया जाएगा.

हल्द्वानी: आशा कार्यकर्ताओं के साथ अब भोजन माताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हल्द्वानी में भोजन माताओं ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि बीते 20 साल से काम करने के बाद भी उचित मानदेय नहीं मिल पा रहा है.

भोजन माताओं ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि पिछले 20 साल से 2 हजार रुपए प्रति माह के मानदेय पर भोजन माताएं काम कर रही हैं. लेकिन, सरकार उनकी सुध नहीं ले पा रही है. ऐसे में उन्होंने सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है.

हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में भोजन माताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि पिछले 20 सालों से भोजन माता स्कूलों में काम कर रही हैं. भोजन बनाने के साथ-साथ उनसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और सफाई कर्मचारियों का भी कार्य लिया जा रहा है. यहां तक कि चुनाव ड्यूटी में भी उनको लगाया जाता है.

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लेकिन मानदेय के नाम पर सिर्फ 2 हजार रुपए दिए जा रहे हैं. काम से मना करने पर स्कूल से निकालने की धमकी दी जाती है. ऐसे में सरकार जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं करती है तो उग्र आंदोलन खड़ा किया जाएगा.

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