रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 12 साल बाद भालुओं की गिनती शुरू हो गई है. बता दें, कॉर्बेट पार्क में साल 2008 में भालुओं की गिनती की गई थी, जिसमें 60 भालू कॉर्बेट पार्क में देखे गए थे.
कॉर्बेट पार्क में भालुओं पर साल 2008 के बाद कोई स्टडी नहीं की गई. जबकि बताया जाता है कि यहां के हर एरिया में भालू पाए जाते हैं. बता दें, बिजरानी रेंज में एक-दो भालू नजर आए हैं, जबकि ढेला और झिरना में यह समय-समय पर दिखते रहते हैं. प्रशासन अब टाइगर के लिए लगे कैमरा ट्रैप में आई तस्वीरों का फिर से अवलोकन कर इनकी संख्या जानने की कोशिश करेगा.
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सीटीआर के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट पार्क में भालुओं की मौजूदगी लगभग हर जगह दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि आम तौर पर तो भालुओं की गिनती नहीं की जाती है, क्योंकि भालुओं की गिनती करने का कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन फेस-4 के दौरान पता चला है कि भालू कहां-कहां पर मौजूद हैं. ऐसे में कॉर्बेट प्रशासन ने भालुओं की गिनती करने का फैसला लिया है.