हल्द्वानी: शहर के जाने-माने एक बिल्डर के कॉम्प्लेक्स को बैंक ने सील कर दिया है. बताया जा रहा है कि बिल्डर को बैंक की ₹20 करोड़ रुपए की देनदारी चुकानी थी. लेकिन बिल्डर द्वारा देनदारी ना चुकाने पर गिरवी रखे गई कपड़ों के स्टोर को बैंक ने भारी सुरक्षा के बीच सील करने की कार्रवाई की. इस बीच बैंक कर्मियों और दुकानदारों में जमकर नोकझोंक हुई.
बिल्डर धनंजय गिरि का कॉम्प्लेक्स सील: कॉम्प्लेक्स में कई दुकानें संचालित हो रही थी. दुकानदारों का आरोप है कि उन्होंने बिल्डर से दुकानों की रजिस्ट्री कराई है. लेकिन बैंक ने उनकी रजिस्ट्री को अवैध मानते हुए भारी फोर्स के के बीच कॉम्प्लेक्स को खाली करा कर सील की कार्रवाई की. राज्य सहकारी बैंक के प्रबंधक मनोज राणा ने बताया कि बिल्डर धनंजय गिरि द्वारा वर्ष 2015-16 में बैंक से सीसी अकाउंट और टर्म लोन के तौर पर ₹15 करोड़ रुपए के लोन लिए गए थे. बिल्डर द्वारा पैसा जमा नहीं करने की स्थिति में कार्रवाई की गई.
बिल्डर धनंजय गिरि पर बैंक का है 20 करोड़ रुपया बकाया: वर्तमान समय में बिल्डर से 20 करोड़ रुपए की वसूली की जानी है. ब्याज और मूल जमा नहीं करने की स्थिति में कई बार बैंक द्वारा नोटिस जारी किया गया. लेकिन बिल्डर द्वारा पैसे नहीं जमा कराने की स्थिति में राजस्व वसूली के लिए भी जिला प्रशासन को लिखा गया था.
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कॉम्प्लेक्स के दुकानदारों ने किया विरोध: लेकिन बिल्डर द्वारा पैसा जमा नहीं करने की स्थिति में सीलिंग की कार्रवाई की गई है. कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस फोर्स के अलावा जिला प्रशासन की टीम भी मौजूद रही. इस दौरान कुछ लोगों ने आपत्तियां भी जताई. बैंक ने उनकी एक नहीं सुनी और दुकानें खाली कर सील कर दी. लोगों का आरोप था कि वह बिल्डर से दुकानें खरीदी हैं और दुकानों की बकायदा रजिस्ट्री भी हुई है. ऐसे में अगर उनकी दुकानों की रजिस्ट्री हुई है तो उस समय बैंक ने आपत्ति क्यों नहीं लगाई. फिलहाल भारी फोर्स और लोगों के विवाद के बीच कॉम्प्लेक्स को सील कर दिया गया है. बैंक प्रबंधक मनोज राणा का कहना है कि कॉम्प्लेक्स को कब्जे में लेकर नीलामी की कार्रवाई की जाएगी, जिससे बैंक का बकाया वसूल हो सके.