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रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय में आशा वर्कर्स का प्रदर्शन, जानें क्या है मामला - Asha workers protest in Ramnagar

रामनगर के अस्पताल कर्मचारियों द्वारा आशा वर्करों से दुर्व्यवहार किया गया. इसके बाद आशाओं ने हल्ला बोल दिया है. आज आशा वर्करों ने अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन किया.

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रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय में आशा वर्करों का धरना प्रदर्शन
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Published : Sep 20, 2021, 4:03 PM IST

रामनगर: पीपीपी मोड पर गए रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सकों, कर्मचारियों द्वारा आशाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया. जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. आज आशाओं ने अस्पताल के बाहर प्रबंधक व अस्पताल कर्मचारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया.

इस दौरान आशा संगठन ब्लॉक अध्यक्ष रजनी भट्ट ने बताया बीते दिनों हमारी एक आशा पूनम तिवारी अपनी 3 गर्भवती महिलाओं को ओपीडी में डॉक्टर एनालिज को दिखाने लेकर गई. वहां हमारी पेशेंट गर्भवती के साथ डॉक्टर ने गलत व्यवहार किया. हमारी आशा पूनम से कहा गया कि आप बाहर जाओ. जब आशा ने डॉक्टर एनालिज से कहा मैडम मुझे आपसे कुछ पूछना है. मैडम ने कहा आप बाहर जाओ आशा की बात बिल्कुल नहीं सुनी.

रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय में आशा वर्करों का धरना प्रदर्शन

पढ़ें- प्रसव के बाद दूसरे ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत, अस्पताल में जबरदस्त हंगामा

फिर जब हमारी आशा मैडम का वीडियो बनाने की कोशिश कर रही थी तो मैडम ने आशा से कहा आप कुछ भी कर लो मुझे फर्क नहीं पड़ता. आशाओं ने कहा हमने सीएमएस को भी इस बारे में अवगत कराया है. उन्हें लिखित शिकायत भी दी, लेकिन फिर भी कोई असर देखने को नहीं मिला.

पढ़ें- लापरवाही: महीनेभर से सील पैक पड़ी हैं 5 वेंटिलेटर मशीनें और मरीजों को किया जा रहा रेफर

रजनी भट्ट ने बताया कि उसी रात को उसी गर्भवती महिला को 8 बजे हॉस्पिटल लेकर हमारी आशा पूनम आई, तो रात 1:15 में डॉक्टरों व स्टाफ के द्वारा उस महिला को रेफर कर दिया गया. जहां से हमारी आशा उसे 108 से काशीपुर के एलडी भट्ट अस्पताल लेकर गई. वहां रात 2 बजकर 5 मिनट पर उसका सुरक्षित प्रसव हुआ.

पढ़ें- रामनगर के ब्लड बैंक में पहली बार लगा डोनेशन कैंप

आशा वर्कर ने कहा महिला चिकित्सक के व्यवहार को देखते हुए मेरी दूसरी गर्भवती महिलाएं यहां आने को तैयार नहीं हैं. आशा कार्यकर्ताओं ने आज अस्पताल के बाहर प्रबंधक व डॉक्टर के स्टाफ कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आशाओं के साथ सही व्यवहार करने की चेतावनी दी.

पढ़ें- रामनगर में डेढ़ साल बाद लगा दिव्यांग कैंप, सर्टिफिकेट बनाने को लगी भीड़


ब्लॉक अध्यक्ष रजनी भट्ट ने कहा डॉक्टरों के पास आकर आधा रोग वैसे ही सही हो जाता है, लेकिन पीपीपी मोड पर गए अस्पताल के कर्मचारियों व डॉक्टरों के व्यवहार से लोग यहां से बीमार व चिड़चिड़े होकर जा रहे हैं. उन्होंने कहा अगर ऐसा ही रहा तो वे अनिश्चितकालीन धरना करेंगे.

रामनगर: पीपीपी मोड पर गए रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सकों, कर्मचारियों द्वारा आशाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया. जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. आज आशाओं ने अस्पताल के बाहर प्रबंधक व अस्पताल कर्मचारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया.

इस दौरान आशा संगठन ब्लॉक अध्यक्ष रजनी भट्ट ने बताया बीते दिनों हमारी एक आशा पूनम तिवारी अपनी 3 गर्भवती महिलाओं को ओपीडी में डॉक्टर एनालिज को दिखाने लेकर गई. वहां हमारी पेशेंट गर्भवती के साथ डॉक्टर ने गलत व्यवहार किया. हमारी आशा पूनम से कहा गया कि आप बाहर जाओ. जब आशा ने डॉक्टर एनालिज से कहा मैडम मुझे आपसे कुछ पूछना है. मैडम ने कहा आप बाहर जाओ आशा की बात बिल्कुल नहीं सुनी.

रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय में आशा वर्करों का धरना प्रदर्शन

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फिर जब हमारी आशा मैडम का वीडियो बनाने की कोशिश कर रही थी तो मैडम ने आशा से कहा आप कुछ भी कर लो मुझे फर्क नहीं पड़ता. आशाओं ने कहा हमने सीएमएस को भी इस बारे में अवगत कराया है. उन्हें लिखित शिकायत भी दी, लेकिन फिर भी कोई असर देखने को नहीं मिला.

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रजनी भट्ट ने बताया कि उसी रात को उसी गर्भवती महिला को 8 बजे हॉस्पिटल लेकर हमारी आशा पूनम आई, तो रात 1:15 में डॉक्टरों व स्टाफ के द्वारा उस महिला को रेफर कर दिया गया. जहां से हमारी आशा उसे 108 से काशीपुर के एलडी भट्ट अस्पताल लेकर गई. वहां रात 2 बजकर 5 मिनट पर उसका सुरक्षित प्रसव हुआ.

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आशा वर्कर ने कहा महिला चिकित्सक के व्यवहार को देखते हुए मेरी दूसरी गर्भवती महिलाएं यहां आने को तैयार नहीं हैं. आशा कार्यकर्ताओं ने आज अस्पताल के बाहर प्रबंधक व डॉक्टर के स्टाफ कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आशाओं के साथ सही व्यवहार करने की चेतावनी दी.

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ब्लॉक अध्यक्ष रजनी भट्ट ने कहा डॉक्टरों के पास आकर आधा रोग वैसे ही सही हो जाता है, लेकिन पीपीपी मोड पर गए अस्पताल के कर्मचारियों व डॉक्टरों के व्यवहार से लोग यहां से बीमार व चिड़चिड़े होकर जा रहे हैं. उन्होंने कहा अगर ऐसा ही रहा तो वे अनिश्चितकालीन धरना करेंगे.

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