रामनगर: वन ग्राम आमडंडा खत्ता में बिजली पानी व संचार जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की मांग को लेकर वन ग्रामीणों ने जुलूस प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने कॉर्बेट पार्क के निदेशक का घेराव करते हुए पार्क प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यह जुलूस कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एक जनसभा के रूप में तब्दील हो गया. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि सालों से कॉर्बेट प्रशासन से कई बार मूलभूत सुविधाओं को लेकर बात की गई, मगर आज तक उनकी कोई भी मांगे पूरी नहीं हुई.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक ने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि हमने ग्रामीणों की मांगो को उच्चाधिकारियों को भेज दिया है. वहीं, ग्रामीणों ने इसे छल बताया. उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से हमारे साथ इसी तरीके से छल किया जा रहा है. इस दौरान ग्रामीणों की कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक से तीखी नोकझोंक भी हुई.
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ग्राम अमृता खाते के इको सेंसेटिव जोन के अध्यक्ष चिंताराम ने कहा कि हमें आजादी के इतने साल बाद भी मूलभूत सुविधाएं नहीं दी गई हैं.आज तक सरकार ने सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई हैं. इसलिए हमको आवाज उठानी पड़ रही है. हम पानी के बगैर तरस रहे हैं. बिजली के बगैर तरस रहे हैं .सड़क के बगैर तरस रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा गांव कोर्बेट के बिजरानी गेट से एक किलोमीटर दूर है . चिंताराम ने कहा अगर हमें सुविधाएं उपलब्ध नहीं हुई तो मरने के सिवा हमारे पास कोई और चारा नहीं है.
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वहीं, मामले में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने कहा कि आज कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कार्यालय में आमडंडा खट्टे के ग्रामीण पहुंचे. उन्होंने अपनी बातें रखी हैं, वह अलग-अलग विभागों से भी संबंधित हैं. इसके लिए बुधवार का समय इनके लिए नियत किया है .