मसूरी: यमुना पेयजल योजना के तहत ठेकेदारों द्वारा अनियमितता की बातें सामने आ रही हैं. आरोप है कि ऐसे ठेकेदारों द्वारा पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है, जिन्हें इस कार्य का अनुभव नहीं है. नतीजा मुख्य ठेकेदार द्वारा पेयजल लाइन बिछाने के काम को कई टुकड़ों में बांटकर किया जा रहा है. इस कार्य के दौरान पहले से बिछी लाइनों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है.
अधिकारी नहीं उठा रहे फोन
नतीजतन मसूरी के कई इलाकों में पेयजल की समस्या खड़ी हो गई है. इस संबंध में कई बार जल निगम के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई भी फोन नहीं उठा रहा है.
लोगों ने लगाया अनियमितता का आरोप
लोगों का आरोप है कि मसूरी यमुना पेयजल योजना में जल निगम के अधिकारी, ठेकेदारों के साथ मिलकर बडे भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि अनुभवहीन ठेकेदार द्वारा कार्य किया जा रहा है, जिससे पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो रही हैं. सड़कों में चल रहे खुदाई के काम से दुर्घटना की भी आशंका बढ़ गई है. वहीं प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जबकि पहले भी ठेकेदारों के खिलाफ लोग शिकायत कर चुके हैं.
पढ़ें: मसूरी के फाइव स्टार होटल में फेरों से पहले टूटी शादी, दुल्हन ने कर दिया इंकार
इन इलाकों में पेयजल की समस्या
मसूरी गढ़वाल जल संस्थान के सहायक अभियंता पीएस रावत ने बताया कि जल निगम के ठेकेदारों द्वारा पेयजल लाइनों को डालने के लिये बेतरतीब तरीके से खुदाई की जा रही है. जिस कारण जल संस्थान की वर्तमान पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो रही है. इसके कारण बार्लोगंज, मैरिविल स्टेट, गन हिल क्षेत्र में पेयजल की समस्या खड़ी हो गई है. इन इलाकों में फिलहाल टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है.
यदि इसी तरह लापरवाही से काम करता चलता रहा तो पेयजल की समस्या विकराल रूप ले सकती है. जल निगम की तरफ से लीकेज पाइप को ठीक करने में 2 से 3 दिन का समय लगने की संभावना है.