हल्द्वानी: प्रदेश में डॉक्टरों की कमी किसी से छिपी नहीं है. डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार अस्पतालों में बढ़ रहे हैं. लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को अस्पताल से वापस लौटना पड़ रहा है. जिस पर नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने जल्द ही ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया.
कुमाऊं के हल्द्वानी में सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सोबन सिंह जीना में फिजिशियन सहित कई डॉक्टर उपलब्ध नहीं है. कमोवेश यही हाल पूरे प्रदेश का है. जहां फिजिशन सहित कई स्पेशलिस्ट डॉक्टर नदारद हैं. अस्पतालों की इस हालत पर चिंता जाहिर करते हुए नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने कहा कि डॉक्टरों की कमी को लेकर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य महानिदेशक से बात की गई है.
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उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश में एक हजार डॉक्टर थे अब करीब 2700 डॉक्टर हैं. लेकिन अभी भी स्पेशलिस्ट डॉक्टर की भारी कमी है. जिसके लिए आने वाले कुछ दिनों में प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों से कुछ डॉक्टर आ जाएंगे. जिससे अस्पतालों में डॉक्टरों की कमियां को दूर करने का प्रयास किया जाएगा.