हल्द्वानी: उत्तराखंड के नैनीताल उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र से सांसद अजय भट्ट ने एक बार फिर सदन में नोबेल पुरस्कार सम्मानित रविंद्र नाथ टैगोर के नैनीताल के रामगढ़ स्थित आवास की जर्जर हालत को लेकर सदन में प्रश्न उठाया. साथ ही उन्होंने यहां जल्द से जल्द विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की भी मांग की.
सदन में सवाल उठाते हुए सांसद अजय भट्ट ने बताया कि 19वीं शताब्दी में गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर 5 बार रामगढ़ आए थे. जहां उन्होंने अपनी चर्चित पुस्तक शिशु और गीतांजलि के कुछ भाग यहां की प्राकृतिक वादियों में रहकर रचित किये थे.
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सांसद अजय भट्ट ने बताया कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की इन रचनाओं के लिए 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया था. रविंद्र नाथ टैगोर को मिलने वाला साहित्य का नोबेल पुरस्कार एशिया का पहला नोबेल पुरस्कार है. सांसद अजय भट्ट ने सदन को अवगत कराया कि इंग्लैंड में भी शेक्सपीयर के आवास में एकमात्र विद्वान लेखक गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी की मूर्ति स्थापित है.
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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा रामगढ़ स्थित टैगोर टॉप में स्थित रविंद्र नाथ टैगोर के आवास के पास ही विश्व भारतीय केंद्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने की सैद्धांतिक स्वीकृति कार्य परिषद द्वारा दी गई है, लेकिन उसका शासनादेश आज तक नहीं हो पाया है, जबकि इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. अब तक इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए शासनादेश जारी नहीं हुआ है.
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सांसद अजय भट्ट ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से प्रश्न पूछते हुए मांग की कि जल्द रामगढ़ स्थित टैगोर टॉप में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के आवास के पास विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए.